जाको राखे साइयां मार सके ना कोई... मलबे से जिंदा निकला मासूम
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 16, 2019 03:16 PM2019-07-16T15:16:36+5:302019-07-16T15:16:36+5:30
दमकल विभाग, मुंबई पुलिस और निकाय अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं लेकिन संकरी सड़कों के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं और मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं।
महाराष्ट्र की माया नगरी कही जाने वाली मुंबई में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां डोंगरी के टांडेल गली में एक इमारत भरभराकर ढह गई। इमारत का नाम केसरबाई हैं।
इस हादसे में कई लोगों के दबे होने की सूचना है। लेकिन एक बार फिर से जाको राखे साइयां मार सके ना कोई वाली कहावत उस समय चरितार्थ हुई। इस बीच एक चमत्कार भी हुआ है, हादसे के बीच पुलिस ने मलबे में दबे एक छोटे से बच्चे को निकाला।
जब बिल्डिंग गिरी तो काफी लोग मलबे के नीचे दब गए, जहां पर बिल्डिंग गिरी है वह काफी संकरा इलाका है, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में काफी दिक्कत आ रही है। इसी बीच स्थानीय लोग वहां पर पहुंची पुलिस और राहत बचाव टीम की मदद कर रही है, जब वहां पर मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश चल ही रही थी, तभी एक छोटे से बच्चे को वहां मलबे से बाहर निकाला गया।
मलबे में 40-50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार डोंगरी में टंडेल मार्ग पर स्थित भूतल के अतिरिक्त चार मंजिल वाली इस ‘केशरबाई बिल्डिंग’ का एक बड़ा हिस्सा सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर गिर गया।
Mumbai: A child rescued from the building collapse site in Dongri, he has been admitted to hospital and is stable pic.twitter.com/LawktNSdR7
— ANI (@ANI) July 16, 2019
दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में मंगलवार को एक चार मंजिला आवासीय इमारत गिर गयी जिससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हैं। मलबे में 40-50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार डोंगरी में टंडेल मार्ग पर स्थित भूतल के अतिरिक्त चार मंजिल वाली इस ‘केशरबाई बिल्डिंग’ का एक बड़ा हिस्सा सुबह करीब 11 बजकर 40 मिनट पर गिर गया।
पुलिस ने बताया कि हादसे में अभी तक दो लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हुए हैं। बेहद घनी आबादी और संकरी सड़कों वाले इलाके में स्थित इस इमारत में काफी लोग रह रहे थे। इसके मलबे में 40-50 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
दमकल विभाग, मुंबई पुलिस और निकाय अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं लेकिन संकरी सड़कों के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं और मलबा हटाने में मदद कर रहे हैं।
एम्बुलेंस मौके पर नहीं पहुंच पा रही है, उसे 50 मीटर की दूरी पर खड़ा करना पड़ा। इस इमारत का मालिकाना हक महाराष्ट्र आवास एवं विकास प्राधिकरण के पास है। संस्था के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। बचाव कार्य में मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमें भी मौके पर पहुंच गयी हैं।