Social Distancing: पेड़ पर बना लिया आशियाना, बेवजह घरों से बाहर निकल रहे लोगों को हापुड़ के मुकुल ने दिया अनोखा संदेश

By गुणातीत ओझा | Published: April 10, 2020 01:33 PM2020-04-10T13:33:42+5:302020-04-10T13:33:42+5:30

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए घर के पास बने पेड़ पर ही अपना ठिकाना बना लिया है। हापुड़ जिले के असौड़ा गांव के रहने वाले मुकुल त्यागी का कहना है कि यहां पर रहकर वह न केवल सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं, बल्कि उन्हें यहां पर बहुत अच्छा भी लग रहा है।

Mukul Tyagi for hapur s asaura village build makeshift tree house to avoid social distancing amid covid-19 spread | Social Distancing: पेड़ पर बना लिया आशियाना, बेवजह घरों से बाहर निकल रहे लोगों को हापुड़ के मुकुल ने दिया अनोखा संदेश

उत्तर प्रदेश के हापुड़ में एक व्यक्ति ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पेड़ पर बना लिया घर।

Highlightsउत्तर प्रदेश के हापुड़ में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक व्यक्ति ने अपनाया नायाब तरीका, पेड़ पर घर बनाकर खुद लोगों से किया अलगइन दिनों पेड़ पर रह रहे मुकुल त्यागी ने बताया कि वे अपना ज्यादातर वक्त पेड़ पर ही बिताते हैं, बहुत जरूरी होने पर ही पेड़ से नीचे उतरते हैं

हापुड़।कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अभी तक एक मात्र रास्ता सोशल डिस्टेंसिंग ही कारगर साबित हुआ है। कुछ लोग सोशल डिस्टेंसिंग को अपना रहे हैं और कुछ लोग इसे बातों-बातों में टाल दे रहे हैं। जो लोग कोरोना वायरस से जंग में सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व नहीं समझ रहे हैं, ऐसे लोगों के लिए हापुड़ के मुकुल त्यागी ने नजीर पेश की है।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ में रहने वाले मुकुल त्यागी को भली-भांति पता है कि इस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है। इसके लिए उन्होंने खुद को सबसे अलग करते हुए पेड़ पर घर बना लिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुकुल त्यागी ने बताया कि हाल के समय में सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है। इसके लिए उन्होंने सूखे पेड़ की लकड़ियों के माध्यम से एक हरे पेड़ पर रहने की व्यवस्था कर ली है। पेड़ पर बने इस अस्थायी घर को बनाने में मुकुल की मदद उनके बेटे ने की। मुकुल ने बेटे ने बताया कि पेड़ पर घर बनाने का प्लान उनके पिता को सूझा, इस अस्थायी घर को तैयार करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा।

मुकुल ने बताया कि पेड़ पर रहकर उन्हें प्रकृति के सानिध्य में अगाध आनंद की अनुभूति हो रही है। उन्होंने बताया कि खाना घर वाले यहीं दे देते हैं, बहुत जरूरी होता है तभी वे पेड़ से नीचे आते हैं। बताते चलें कि अभी तक उत्तर प्रदेश में 410 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के मामले सामने आ चुके हैं। संक्रम को फैलने से रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष जोर दे रही है।

Web Title: Mukul Tyagi for hapur s asaura village build makeshift tree house to avoid social distancing amid covid-19 spread

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