मुख्तार अंसारी बनारस के चर्चित अवधेश राय हत्याकांड में दोषी करार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 5, 2023 01:19 PM2023-06-05T13:19:57+5:302023-06-05T13:23:25+5:30
बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी आखिरकार 3 दशक के बाद बनारस के चर्चित अवधेश राय हत्याकांड में दोषी करार दिये गये हैं।
वाराणसी: बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी आखिरकार 3 दशक के बाद बनारस के चर्चित अवधेश राय हत्याकांड में दोषी करार दिये गये हैं। बनारस कोर्ट की पूरी सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई, जिसमें बांदा जेल के मुख्तार अंसारी की पेशी की गई थी। मुख्तार को इस मामले में सजा का ऐलान कोर्ट दोपहर में 2 बजे करेगा।
बनारस के चेतगंज स्थित हथुआ मार्केट के बगल में 3 अगस्त 1991 को हुए इस हत्याकांड में मृतक अवधेश राय के भाई और कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय मुख्य गवाह थे। अपने पक्ष में फैसला आने के बाद अजय राय ने कहा कि हम और हमारा परिवार मुख्तार अंसारी के कद और बाहुबल के आगे नहीं झुका। इस कारण से आज कोर्ट ने मुख्तार को मामले में दोषी करार दिया है। हमें उम्मीद है कि कोर्ट मुख्तार अंसारी को सख्त से सख्त सजा देगा।
32 वर्ष पुराने इस हत्याकांड पर वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट में फैसला आना था, इस कारण वाराणसी कचहरी के आसापास की सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई थी। कचहरी परिसर में आने वाले सभी वाहनों की सख्त चेकिंग की जा रही थी। इसके अलावा परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी।
एमपी एमएलए/कोर्ट के जज अवनीश गौतम ने सोमवार को जैसे ही अवधेश राय हत्याकांड में फैसला सुनाया, अजय राय खेमें में खुशी की लहर फैल गई। वहीं मुख्तार खेमें में मायूसी छा गई। हत्याकांड में मुख्तार अंसारी मुख्य आरोपी थे। योगी शासन में मुख्तार अंसारी पर कानून का शिकंजा कसा है, लेकिन अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार को दोषी करार दिया जाना बेहद अहम है। इस हत्याकांड में मुख्तार अंसारी समेत चार नामजद आरोपियों को सजा सुनाया जा सकता है।
अवधेश राय 3 अगस्त 1991 को वाराणसी के लहुराबीर इलाके के चेतगंज थाना के ठीक सामने अपने आवास पर बैठे थे। सुबह का वक्त था, मुख्तार के शूटरों ने कथिततौर पर अवधेश राय को गोलियों से भून दिया था। अजय राय भाई अवधेश राय के साथ खड़े थे, मारूती वैन से आए बदमाशों ने अचानक एके 47 से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू की।
अवधेश राय को अफरा-तफरी में फौरन राजकीय अस्पताल कबीरचौर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। मामले में अजय राय की तहरीर पर मुख्तार अंसारी को मुख्य आरोपी बनाया। वहीं मुख्तार के साथ भीम सिंह, कमलेश सिंह, मुन्ना बजरंगी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम और राकेश न्यायिक को भी आरोपी बनाया गया था।