रिलायंस बना रही है गुजरात के जामनगर में दुनिया का 'सबसे बड़ा चिड़ियाघर', जानिए कितना विशाल होगा ये और क्या है पूरी योजना
By विनीत कुमार | Published: December 20, 2020 08:25 AM2020-12-20T08:25:00+5:302020-12-20T14:13:32+5:30
गुजरात के जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दुनिया का सबसे बड़े चिड़ियाघर बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि इसे अगले दो साल में आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड गुजरात के जामनगर में चिड़ियाघर बनाने की तैयारी में है। दावा किया जा रहा है कि ये दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर होगा जहां 100 विभिन्न प्रजातियों के जानवर, पक्षी और सरीसृप को रखा जाएगा। ये जानवर भारत सहित पूरी दुनिया के अन्य हिस्सों से भी लाए जाएंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने चिड़ियाघर बनाए जाने की रिपोर्ट की शनिवार को पुष्टि की। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में खासतौर पर मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी की बेहद खास दिलचस्पी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार इस चिड़ियाघर को 280 एकड़ में बनाया जाएगा। जामनगर के करीब मोती केवडी में स्थित रिलायंस के रिफायनरी प्रोजेक्ट के करीब ही इसे बनाने की योजना है। बता दें कि यहां दुनिया का सबसे बड़ा रिफायनिंग कॉम्पलेक्स है। यहीं से पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट भी संचालित होता है।
कंपनी के शीर्ष अधिकारी के अनुसार चिड़ियाघर बनाने के काम में कोविड-19 के कारण देरी हुई है। अगर आगे काम में कोई बाधा नहीं आती है तो इस चिड़ियाघर को अगले दो साल में आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
आरआईएल डायरेक्टर (कॉरपोरेट अफेयर्स) परीमल नाथवानी ने कहा, 'इसे ग्रींस जूलोजिकल, रेस्क्यू और रिहैबिलिटेशन किंगडम नाम दिया जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार के तमाम विभागों से सभी जरूरी इजाजत ली जा चुकी है।'
चिड़ियाघर में क्या-क्या होगा
योजना के अनुसार चिड़ियाघर में कई अलग-अलग भाग होंगे। इसमें फॉरेस्ट ऑफ इंडिया, फ्रॉग हाउस, इंसेक्ट लाइफ, ड्रैगंस लैंड, एक्जोटिक आइलैंड, वाइल्स ट्रेल ऑफ गुजरात, एक्वेटिक किंगडम के नाम से अलग-अलग सेक्शन होंगे।
जानवरों की प्रजातियों की बात करें तो बार्किंग डियर्स, फिशिंग कैट्स, स्लोथ बीयर्स (भालू), भारतीय भेड़िए, कोमोडो ड्रैगंस जैसे मुख्य आकर्षण होंगे। इसके अलावा अफ्रीकी शेर, जगुआर (तेंदुआ), चीता, 20 जिराफ, 12 शुतुर्मुर्ग, अफ्रीकी हाथी, भारतीय सारंग जैसे जानवर भी होंगे।
ऐसे ही फ्रॉग हाउस में करीब 200 अलग-अलग तो वहीं एक्वेटिक किंगडम में 350 तरह की मछलियां मौजूद होंगी। पर्यावरण मंत्रालय के एडिशन डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेस्ट (वन्यजीवन) सौमित्र दासगुप्ता ने कहा कि प्राइवेट चिड़ियाघर की अवधारणा भारत में नया नहीं है। देश के सबसे पुराने चिड़ियाघरों में से एक 'जूलोजिकल गार्डन, कोलकाता' भी प्राइवेट है।