'MP का नया नारा, बेटियों को BJP नेताओं से बचाओ, क्या यही है शिवराज मामा का सुशासन मॉडल?'
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 19, 2018 08:09 PM2018-11-19T20:09:02+5:302018-11-19T20:09:23+5:30
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि संघ कार्यकर्ता डॉ. पीयूष सक्सेना के खिलाफ विदिशा में 22 वर्षीय युवती ने यौन शोषण का प्रकरण दर्ज कराया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने संघ के खिलाफ फिर मोर्चा खोला है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने विदिशा के संघ कार्यकर्ता डॉ. पीयूष सक्सेना पर युवती द्वारा लगाए यौन शोषण के आरोप पर प्रकरण दर्ज होने के बाद भी कार्रवाई न किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूछा है कि क्या यही उनका विकास का मॉडल है?
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि संघ कार्यकर्ता डॉ. पीयूष सक्सेना के खिलाफ विदिशा में 22 वर्षीय युवती ने यौन शोषण का प्रकरण दर्ज कराया। पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराते हुए पुलिस को बताया कि आठ साल से उसके शारीरिक शौषण हो रहा है, यानि 14 वर्ष की उम्र से उसके साथ पीयूष सक्सेना द्वारा शोषण हो रहा था।
इससे पहले भी हमने खुलासा किया था कि कैसे मध्यप्रदेश में मूक-बधिर नाबालिग बालिकाओं के साथ यौन शोषण हो रहा था और वीडियो में दिखाया गया था कि कैसे हास्टल संचालक व यौन शोषण के आरोपी अश्विनी शर्मा की पीठ थपथपाते हुए मुख्यमंत्री नजर आ रहे थे। यही महिला सुरक्षा को लेकर इनकी सोच है। क्या संघ और भाजपा से जुड़े होने के कारण पाक्सो एक्ट लगने के बाद भी इस व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हो रही है?
ठीक उसी तरह जैसे उत्तरप्रदेश में इनके विधायक पर पाक्सो एक्ट लगने के बाद पुलिस और सरकार का संरक्षण दिया गया और उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई? हमारा सीधा आरोप है कि सरकार के संरक्षण के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। सरकार उसे बचा रही है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में एनसीआरबी के अनुसार लगभग पांच हजार बलात्कार के मामले प्रतिवर्ष सामने आते हो, जिस प्रदेश में सरकार के विधायक महिलाओं को ही बलात्कार का कारण बताते हैं, उस प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो धोखा सरकार द्वारा किया जा रहा है, उसको हम जनता के सामने रखना चाहते हैं।
भाजपा ने कांग्रेस एवं मीडिया का दबाव बनने के बाद महज खानापूर्ति करते हुए पीयूष सक्सेना को केवल 6 वर्ष के लिए पार्टी की सदस्यता से निलंबित किया है। इसका अर्थ है कि उक्त समय के बाद फिर उन्हें भाजपा में शामिल किया जा सकता है।
प्रियंका ने किए सवाल
* यह क्यों होता है कि मध्यप्रदेश में मामाजी बलात्कारियों की कभी पीठ थपथपाते हैं तो कभी उनके साथ खड़े नजर आते हैं?
* पाक्सो एक्ट लगने के बाद भी यह आरोपी फरार कैसे हो गया? क्या यहां भी कुलदीपसिंह सेंगर मॉडल लागू किया जा रहा है?
* क्या आरोपी को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है? मीडिया एवं कांगे्रस के दखल के बाद ही कार्यवाही क्यों की गई, पहले क्यों नहीं ?
* पांच हजार बलात्कार के मामले हर साल आने पर भी सरकार हाथ बांधे क्यों बैठी रहती है?
* महिलाओं के अपमानजनक बयान देने वाले नेता कैलाश विजयवर्गीय तथा पन्नालाल शाक्य जैसे लोगों को पार्टी से निकालने की कार्यवाही क्यों नहीं की जाती। क्या ऐसे घिनौने और प्रदेश को शर्मसार कर देने वाले बयानों के साथ एवं बलात्कारियों के साथ भाजपा मजबूती से खड़ी हुई है?