मध्य प्रदेश चुनावः कांग्रेस का जिन लोगों ने दिया साथ उन्हीं को पार्टी ने दिखाया ठेंगा? शुरू होने लगी बगावत

By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 13, 2018 04:25 PM2018-11-13T16:25:14+5:302018-11-13T16:25:14+5:30

'जिस माफिया ने कांग्रेस के बेहद ईमानदार दीपक बावरिया पर 10 करोड़ रुपए में टिकट बेंचने का आरोप लगाया उसी को कांग्रेस ने इंदौर में प्रत्याशी बना दिया। इसके साथ ही वे लगातार किसी न किसी मुद्दे पर हर रोज कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा को भी घेर रहे हैं।'

mp polls 2018: congress did not give tickets to Whistleblower | मध्य प्रदेश चुनावः कांग्रेस का जिन लोगों ने दिया साथ उन्हीं को पार्टी ने दिखाया ठेंगा? शुरू होने लगी बगावत

मध्य प्रदेश चुनावः कांग्रेस का जिन लोगों ने दिया साथ उन्हीं को पार्टी ने दिखाया ठेंगा? शुरू होने लगी बगावत

कांग्रेस के द्वारा विधानसभा चुनाव के पूर्व व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर और सामाजिक रूप से एनजीओ के जरिए सक्रिय लोगों को टिकट का भरोसा दिलाए जाने के बाद भी जब उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो वे हमलावर हो चले हैं। कांग्रेस पर सबसे ज्यादा हमले इंदौर के डॉक्टर आनंद राय कर रहे हैं।

व्हिसल ब्लोअर से किया किनारा

विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस को व्हिसल ब्लोअरों और एनजीओ आदि के जरिए सामाजिक रूप से सक्रिय तमाम लोगों का भरपूर साथ मिला, लेकिन जब टिकटों की बारी आई तो कांग्रेस ने उनसे किनारा कर लिया। इसको लेकर तमाम व्हिसल ब्लोअर अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा आक्रामक डॉक्टर आनंद राय हैं। जिन्होंने पिछले दिनों एक के बाद एक ट्वीट करके कांग्रेस नेतृत्व को निशाने पर लिया। डॉक्टर आनंद राय ने आज ही एक ट्वीट करके बुदनी से अर्जुन आर्य, रतलाम से पारस सकलेचा समेत डीपी धाकड़ को टिकट न दिए जाने पर कहा कि इसका असर लोकसभा चुनाव में दिखेगा।

आनंद राय लड़ना चाहते थे इंदौर-5 से चुनाव  

दरअसल, आनंद राय इंदौर-5 से चुनाव लड़ना चाह रहे थे इसके लिए उनकी तमाम कांग्रेस नेताओं से बात भी हो चुकी थी। कांग्रेस नेतृत्व और उनके बीच विवेक तन्खा जैसे लोग थे। इसी के चलते उन्होंने सरकारी नौकरी तक से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन जब टिकट की लिस्ट आई तो उनके स्थान पर सत्यनारायण पटेल को कांग्रेस प्रत्याशी बना दिया गया। इसको लेकर डाक्टर आनंद राय भड़क उठे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने टिकट न देकर आंदोलनकारियों का अपमान किया है। हम लोग ही पूरे 5 साल तक विपक्ष की भूमिका निभाते रहे हैं। उनके अलावा पूर्व विधायक पारस सकलेचा लगातार व्यापमं का मुद्दा उठाते रहे हैं। उन्हें सरकार को व्यापमं को लेकर घेरने में तमाम सफलताएं भी मिलीं। 

पारस सकलेचा  को दिखाया ठेंगा

2015 में पारस सकलेचा टिकट की उम्मीद में कांग्रेस में शरीक हो गए पर उन्हें कांग्रेस ने ठेंगा दिखा दिया। कुछ इसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चुनाव क्षेत्र बुदनी में बड़ा किसान और मजदूर आंदोलन खड़ा करने वाले अर्जुन आर्य भी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन वे कांग्रेस से चुनाव लड़ने की इच्छा को लेकर सपा का टिकट ठुकराकर कांग्रेस के साथ हो लिए थे। बुदनी में कांग्रेस ने उनके स्थान पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को उतारा है। इस तरह अर्जुन आर्य न घर के रहे न घाट के।

सक्रिय किसान नेता केदार सिरोही 

सरकार विरोधी आंदोलन खड़ा करने में मालवा क्षेत्र में सक्रिय किसान नेता केदार सिरोही का बड़ा नाम रहा है। वे किसान आंदोलन छोड़कर कांग्रेस में शरीक हो गए लेकिन उन्हें भी कांग्रेस ने ठेंगा दिखा दिया। कुछ इसी तरह बेरोजगार सेना बनाकर आम आदमी पार्टी से अलग हुए अक्षय हुंका भी भरोसा कर रहे थे कि कांग्रेस उन्हें गोविंदपुरा से चुनाव लड़वाएगी, लेकिन वहां कांग्रेस ने पार्षद गिरीश शर्मा पर भरोसा जताया। 

विनायक परिहार नहीं दिया टिकट

राजधानी भोपाल से लगे नरसिंहपुर जिले में सक्रिय किसान नेता विनायक परिहार को भी कांग्रेस की तरफ से टिकट का भरोसा दिया गया था, लेकिन उनका नाम प्रत्याशियों की सूची में नहीं आया। इसके अलावा डीपी धाकड़ मंदसौर के किसान आंदोलन के दौरान एक बड़ा चेहरा बनकर उभरे थे वे पंचायत राज पदाधिकारियों की लड़ाई भी लड़ रहे थे। उन्हें भी भरोसा था कि कांग्रेस उन्हें टिकट देगी पर ऐसा हो नहीं पाया। इसी का नतीजा अब यह हो रहा है कि डॉक्टर आनंद राय व्हिसल ब्लोवर, एक्टिविस्ट और किसान नेताओं को टिकट न देने का मुद्दा उठाकर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर हर रोज जता रहे हैं। 

'दीपक बावरिया को दिया टिकट'

कुछ रोज पहले उन्होंने लिखा कि जिस माफिया ने कांग्रेस के बेहद ईमानदार दीपक बावरिया पर 10 करोड़ रुपए में टिकट बेंचने का आरोप लगाया उसी को कांग्रेस ने इंदौर में प्रत्याशी बना दिया। इसके साथ ही वे लगातार किसी न किसी मुद्दे पर हर रोज कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा को भी घेर रहे हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया की एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि व्यापमं के आरोपी फंदेलाल मारको के साथ भावी मुख्यमंत्री को नाचना पड़ रहा है। इनके लिए मुद्दा नहीं सरकार अहम है।

Web Title: mp polls 2018: congress did not give tickets to Whistleblower

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