मध्य प्रदेश: बारह सौ से ज्यादा यात्री अब भी लापता, निगरानी के लिए चिन्हित किए थे 17 हजार 717 लोग

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 6, 2020 05:56 AM2020-04-06T05:56:00+5:302020-04-06T05:56:00+5:30

कोरोना वायरस की रोकथम के लिए लॉकडाउन के बाद प्रदेश में 17 हजार 117 यात्री निगरानी के लिए चिन्हित किए थे. इन यात्रियों में से 1277 यात्री अब भी लापता है. लापता यात्रियों की जानकारी जुटाई जा रही है, मगर अब तक इनका पता नहीं चला है, जो सरकार के लिए चिंता का कारण भी बनता जा रहा है.

MP: More than twelve hundred passengers still missing, 17 thousand 717 people identified for monitoring | मध्य प्रदेश: बारह सौ से ज्यादा यात्री अब भी लापता, निगरानी के लिए चिन्हित किए थे 17 हजार 717 लोग

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsमध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए लॉकडाउन के बाद निगरानी के लिए चिन्हित किए 17 हजार 717 यात्रियों में से अब भी 12 सौ 77 यात्री नहीं मिले हैं. इन यात्रियों की जानकारी जुटाने में प्रशासन जुटा है, मगर उसे सफलता नहीं मिली है.

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए लॉकडाउन के बाद निगरानी के लिए चिन्हित किए 17 हजार 717 यात्रियों में से अब भी 12 सौ 77 यात्री नहीं मिले हैं. इन यात्रियों की जानकारी जुटाने में प्रशासन जुटा है, मगर उसे सफलता नहीं मिली है.

कोरोना वायरस की रोकथम के लिए लॉकडाउन के बाद प्रदेश में 17 हजार 117 यात्री निगरानी के लिए चिन्हित किए थे. इन यात्रियों में से 1277 यात्री अब भी लापता है. लापता यात्रियों की जानकारी जुटाई जा रही है, मगर अब तक इनका पता नहीं चला है, जो सरकार के लिए चिंता का कारण भी बनता जा रहा है.

चिन्हित किए गए यात्रियों में अब तक क्वारंटाइन में 7818 यात्रियों को रखा गया है, इसके अलावा विभिन्न अस्पतालों में 817 यात्रियों को आईसोलेशन में रखा गया है. वहीं 8381 यात्रियों को उनके घर पर ही क्वारंटाइन किया गया है. इसके बाद शनिवार को जिन यात्रियों की जांच के नमूने निगेटिव आए हैं, उनकी संख्या 1757 हैं.

दिल्ली मरकज से लौटे कई लोगों और विदेशी जमात के कई जमातियों का भी कोई पता नहीं चला है. राजधानी भोपाल में करीब 32 जमातें होने की बात कही जा रही है, मगर अब तक इन जमातों में शामिल सभी लोगों की जानकारी जिला प्रशासन को अब तक नहीं मिली है. ऐसे में अब प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि इन लोगों को कैसे खोज निकाला जाए.

राज्य सरकार ने इन लोगों की खोजबीन के लिए भारी पुलिस बल लगाई है. वहीं जिन लोगों की पहचान हो गई है उनसे यात्रा की जानकारी जुटा रही है.

भोपाल-रायसेन मार्ग पर बढ़ाई सतर्कता

राजधानी भोपाल से रायसेन आने वाले मार्ग पर तैनात पुलिस बल की संख्या बढ़ाई गई है. अब तक पुलिस से बच कर लोग यहां-वहां से बाइक से निकल जाते थे. भोपाल में बढ़ते कोरोना के मरीज और रायसेन में भीलवाड़ा से आए लोगों सहित बाहर से आई जमातों में शामिल लोगों को क्वारंटाइन किया जा चुका है. रायसेन से भोपाल मार्ग पर बिलखिरिया पर विदिशा से सलामतपुर होते हुए भोपाल मार्ग पर दीवानगंज चौकी के पास पुलिस बल बढ़ा दिया गया है. प्रशासन को आशंका है कि इस मार्ग से भोपाल से लोग रायसेन होते हुए बाहर जा सकते हैं.

पुलिस ले रही है ड्रोन कैमरे की मदद

राजधानी के कोहेफिजा थाना क्षेत्र में अब पुलिस ड्रोन कैमरों की मदद से वीडियोग्राफी कर रही है. पुलिस ने ऐसे स्लम एरिया की वीडियोग्राफी की है, जहां लोग बेवजह घर से बाहर घूम रहे हैं. पुलिस ने वीडियोग्राफी कर ड्रोन कैमरे में कई तस्वीरें भी कैद की हैं और इन लोगों के खिलाफ तस्वीरों के आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी. कोरोना वायरस के खतरे के बीच लगातार पुलिस भोपाल की जनता को लाकडाउन का पालन करने के निर्देश दे रही है, लेकिन राजधानी में कई ऐसे झुग्गी बस्ती वाले क्षेत्र हैं जहां लोग बिना कारण ही घर के बाहर घूमते पाए जा रहे हैं. लिहाजा आज पुलिस ने एक स्लम एरिया में ड्रोन कैमरे के जरिए वीडियोग्राफी की है.

पुलिसकर्मियों की जांच, लिए सैम्पल

स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद जब ऐशबाग थाना क्षेत्र में पदस्थ एक पुलिसकर्मी की रिपोर्ट पाजिटिव आई तो आला अफसर चिंतित हो गए. इसके बाद अलग-अलग थानों के तैनात जवानों की जांच कराई जा रही है. ऐशबाग थाना क्षेत्र के सिपाही वीरेन्द्र कुमार चौधरी का सैम्पल जब पाजिटिव आया तो पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी जवानों की जांच करानी उचित समझी. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पले वीरेन्द्र के संपर्क में आए 50 लोगों के सैम्पल लिए हैं. इसके बाद ऐशबाग थाने के अलावा पिपलानी थाना, टीटी नगर थाने में पदस्थ सिपाहियों की जांच कराई गई. स्वास्थ्य विभाग की टीम अब सभी जवानों की जांच में जुटा हुआ है.

गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस का संकट समाप्त होते ही वे गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे. उन्होंने जनता से अपील की है कि कोरोना महामारी के दौरान लोग मृत्युभोज एवं विवाह सहित आदि का आयोजन न करें. चौहान ने दूरदर्शन के जरिए प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही. चौहान ने कहा कि मुरैना में संक्रमण फैलने का कारण दुबई से आए एक परिवार द्वारा वहां मृत्युभोज का आयोजन किया जाना था. मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि इस संकट की घड़ी में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि का आयोजन न करें.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमित 45 वर्षीय व्यक्ति विदेश यात्रा पर दुबई गया था और वह बंद लागू होने से पहले मुरैना वापस लौट आया था. वापस आने के बाद उसने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी नहीं दी थी. इसी दौरान इस व्यक्ति के किसी परिजन की किसी अन्य बीमारी से मौत हो गई थी, जिसके मृत्युभोज में कई लोग शामिल हुए थे. इस व्यक्ति के संपर्क में आने से उसकी पत्नी सहित 11 लोग मुरैना में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए और वायरस इलाके में तेजी से फैल गया.

Web Title: MP: More than twelve hundred passengers still missing, 17 thousand 717 people identified for monitoring

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