MP: पोकलेन मशीन चालकों को सरकार देगी 2-2 लाख रुपए इनाम, कारम डैम से पानी की निकासी के लिए बनाया था नहर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 15, 2022 05:20 PM2022-08-15T17:20:03+5:302022-08-15T17:25:44+5:30
धार जिले में बांध की दीवार में दरार के आने के मुद्दे पर बोलते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘लेकिन अब यह खतरा टल गया है, जो आपदा प्रबंधन का सबसे अच्छा उदाहरण है।’
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धार जिले में बांध की दीवार में दरार के बाद आपदा को टालने की प्रक्रिया में जुटे अर्थ मूविंग मशीन चालकों को दो-दो लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।
आपको बता दें कि राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में सोमवार को भारी बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि तीन दिन पहले कारम नदी पर निर्माणाधीन बांध में रिसाव की सूचना के बाद बड़ा खतरा सामने आया था, ‘लेकिन अब यह खतरा टल गया है, जो आपदा प्रबंधन का सबसे अच्छा उदाहरण है।’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “पोकलेन मशीन (भूमि पर काम करने वाले उपकरण) के चालकों ने बांध से पानी की सुरक्षित निकासी के लिए रास्ता बनाने और आपदा को रोकने के वास्ते अपने जीवन को खतरे में डाल दिया। प्रदेश सरकार अर्थ मूविंग मशीन के इन चालकों को दो-दो लाख रुपए का इनाम देगी।”
Dhar, MP| Visuals from Karam Dam a day after administration let water out. CM also announced an award of Rs 2 lakh per poclain machine operator for their work
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 15, 2022
We were scared but operated machine to save villagers. We worked non-stop for over 27 hours: A poclain machine operators pic.twitter.com/vtQ3xTJkmR
अधिकारियों ने क्या कहा था
अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि कारम डैम की दीवार में दरार और पानी के रिसाव का पता चलने के बाद उससे पानी निकालने के लिए एक नहर खोदी गई, ताकि बांध के फटने की आशंका टाली जा सके। रविवार तड़के इस नहर के जरिये बांध से पानी निकलना शुरू हो गया। वहीं, शिवराज ने रविवार को कहा था कि चिंता करने की जरूरत नहीं है और जलाशय से पानी निकालने के प्रयास जारी हैं।
इस कारण 18 गांवों को दी गई थी चेतावनी
इस पर अधिकारियों ने बताया है कि धार जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित बांध में दरार आने की सूचना गुरुवार को मिली थी, जिसके बाद नीचे की ओर स्थित 18 गांवों को चेतावनी जारी की गई थी। इनमें धार जिले के 12 और खरगोन जिले के छह गांव शामिल थे, जिनके जलमग्न होने का खतरा था। कारम नदी पर बन रहे बांध का निर्माण 304 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
विपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
विपक्षी दल कांग्रेस ने बांध परियोजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से नैतिक आधार पर इस्तीफा देने को कहा है। पार्टी ने बांध निर्माण का ठेका कथित तौर पर एक ‘भ्रष्ट’ फर्म को दिए जाने की जांच करने की भी मांग की है।