मध्य प्रदेश ने महाराष्ट्र की यात्री बसों की आवाजाही पर प्रतिबंध 30 जून तक बढ़ाया, कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मिले केस
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 23, 2021 02:01 PM2021-06-23T14:01:10+5:302021-06-23T14:02:40+5:30
नया स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ भारत में सबसे पहले सामने आए ‘डेल्टा’ या ‘B.1.617.2’ स्वरूप में ‘उत्परिवर्तन’ से बना है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह ‘डेल्टा’ भी था।
भोपालः मध्य प्रदेश सरकार ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की यात्री बसों की आवाजाही पर मौजूदा प्रतिबंध को 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर यह प्रतिबंध लागू किया था।एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में प्रदेश के अतिरिक्त परिवहन आयुक्त अरविंद सक्सेना ने एक आदेश जारी किया है। इससे पहले 15 जून को जारी किया गया बसों की आवाजाही पर प्रतिबंध बढ़ाने का आदेश 22 जून तक प्रभावी था।
वहीं मध्य प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की यात्री बसों के संचालन पर लगाया गया प्रतिबंध 15 जून से हटा दिया था। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 65 नए मामले सामने आए।
इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 7,89,415 हो गई है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में इस महामारी से 22 लोगों की मौत हुई, प्रदेश में अब तक इस बीमारी से कुल 8,806 लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा प्लस’ के अभी तक 21 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि इस स्वरूप के सबसे अधिक नौ मामले रत्नागिरी, जलगांव में सात मामले, मुंबई में दो और पालघर, ठाणे तथा सिंधुदुर्ग जिले में एक-एक मामला सामने आया है।
उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से 7,500 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। ये नमूने 15 मई तक एकत्रित किए गए थे और इनका जीनोम अनुक्रमण किया जा चुका है। जीनोम अनुक्रमण से सार्स-सीओवी2 में छोटे से छोटे उत्परिवर्तन (वायरस के स्वरूप बदलने का) का भी पता चल जाता है।