मुख्यमंत्री शिवराज बोले-राहुल गांधी बता दें कि भिंडी कैसे लगती है, प्याज जमीन के ऊपर या नीचे...
By शिवअनुराग पटैरया | Published: December 15, 2020 07:16 PM2020-12-15T19:16:46+5:302020-12-15T19:18:14+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 18 दिसंबर को हम किसानों के खाते में 1600 करोड़ रुपये डालेंगे. यह कुल राहत राशि का एक हिस्सा है, यह इसी साल हुई सोयाबीन आदि फसलों के नुकसान का पैसा है.
भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला. राहुल गांधी जी आज किसानों को लेकर सरकार से सवाल कर रहे हैं.
मैं आज उनसे सवाल पूछता हूँ कि आप तब कहाँ थे जब कमलनाथ जी ने फसल बीमा योजना के रु. 2,200 करोड़ ही जमा नहीं किये थे! वो लोग विरोध कर रहे हैं जिन्हें ये पता नहीं कि प्याज जमीन के ऊपर होता है या नीचे, राहुल गांधी बता दें कि भिंडी कैसे लगती है. गांव देखें नहीं गांव की गलियां नहीं देखीं. खेत और पगडंडियां नहीं देखीं। वो अब किसान कानूनों की बात कर रहे हैं.
कानूनों के विरोध में वो लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं जो मैदान में PM मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते. मोदी का नाम सुनकर जिन्हें पसीना आ जाता है. एक के बाद एक चुनाव हार रहे हैं. अब और कुछ नहीं मिला तो किसान के कंधे पर बंदूक रख कर चला रहे हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी में आयोजित किसान सम्मेलन में केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को किसान हितैषी बताते हुए कहा कि देश के कल्याण के लिए देश की प्रगति और विकास के लिए और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए एक नहीं अनेकों कड़े फैसले लिए गए हैं, यह फैसले केन्द्र सरकार ने पूरी हिम्मत के साथ लिए गए हैं, लेकिन आज वो लोग विरोध कर रहे हैं जिन्होंने सरेआम किसानो को ठगा है.
कमलनाथ ट्वीट करते हैं की शिवराज सिंह चौहान चौपाल लगा रहे हैं
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन से संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कल कमलनाथ ट्वीट करते हैं की शिवराज सिंह चौहान चौपाल लगा रहे हैं. अरे कमलनाथ तुमने किसानो को क्या दे दिया था? आपने तो कहा था कर्ज माफ कर दूंगा और ये बात आपने ही नहीं कही थी आपके युवराज तो गिनती गिन गिन कर बोलते थे 10 दिन में कर्ज माफ कर दूंगा.
तुमने तो कर्ज माफी के चक्कर में रेगुलर डिफाल्टर कर दिया किसानों को. हम जीरो परसेंट ब्याज पर कर्ज देते थे, पर देते थे तुमने 14 प्रतिशत तक पंहुचा दिया. चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार कैसी है अगर तुकबंदी में कहूं तो हर बच्चे की पढ़ाई, हर बीमार को दवाई, हर खेत को सिंचाई, हर गरीब मजदूर की भलाई, हर युवा के हाथ में कमाई, हर नारी नारायणी कहलाई, गांव शहर घर घर में सफाई, ना कोई ढोंग ना कोई दिलाई, गुंडों की ठुकाई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मुकाबला नहीं हो सकता इसलिए प्रतिपक्ष गाली दे रहे हो. जहां देखो वहां हारते जा रहे हैं, मैदान साफ होता जा रहा है. किसानों के नाम पर मोदी को गाली दे रहे हो. यह नरेन्द्र मोदी ही हैं, जिन्होंने किसानो के कल्याण के लिए लॉग टाइम प्लानिंग की, अल्पकालीन योजना भी बनाई, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी.
योजनायें लागू की कृषि उत्पादन की लागत घटे इसके लिए अच्छे बीज, स्वाइल हेल्थ-कार्ड बनवाए, उत्पादन बढ़े इसके लिए सिंचाई की बेहतर व्यवस्था की. लागत घटाने के इंतजाम किए. किसानों को उत्पादन का ठीक दाम मिले, इसकी कोशिश की और किसानों के नुकसान की भरवाई हो जाए इसके लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बनाई.
चौहान ने इस मौके पर मौजूद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मिडिया के मित्रों, देखो किसान खड़े होकर नए किसान कानूनों समर्थन कर रहे हैं. जब 20 किसान खड़े हो कर विरोध करते हैं तो आप लोग दिखाते हो, आज यहाँ सैकड़ों किसान समर्थन में खड़े हैं ये जरूर दिखाना.
सरताज की वापसी : इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी.शर्मा के समक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री सरताज सिंह ने फिर भाजपा की सदस्यता ली. वह 2018 में सिवनी मालवा से पार्टी का टिकट न मिलने पर बागी हो गाए थे. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर वहां से चुनाव भी लड़ा, पर हार गए.
वह बीते मार्च माह में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से बगावत कर अलग हो गए थे. पर उन्होंने भाजपा की सदस्यता आज ली. माना जा रहा है कि किसान आंदोलन में सिखों की बहुुलता को लेकर भाजपा उनका रणनीतिक उपयोग कर सकती है.
किसानों के समर्थन में कांग्रेसी करेंगे उपवास : कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में कांग्रेस उपवास करेगी. उपवास पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ भी बैठेंगे. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने, तीनों कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में जारी किसान आंदोलन का प्रदेश कांग्रेस ने समर्थन करते हुए सड़क पर उतरने घोषणा है. इस बारे में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि कौन से जिले में कब आंदोलन होगा, इसका कार्यक्रम जल्दी ही प्रदेश कांग्रेस द्वारा जारी किया जाएगा.