कोरोना संक्रमित हुआ बेटा तो बर्दाश्त नहीं कर पाई मां, दुनिया को कह गई अलविदा, और फिर...
By दीप्ती कुमारी | Published: May 15, 2021 02:17 PM2021-05-15T14:17:28+5:302021-05-15T14:17:28+5:30
प्रयागराज के मीरापुर निवासी आनंद तिवारी 5 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गए थे । इसके बाद उनकी मां यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और उनका निधन हो गया पत्नी ने घर पर ही डॉक्टरी सलाह पर पति को ठीक किया और कोरोना से जंग जीत ली ।
लखनऊ : देश में कोरोना संक्रमण से प्रतिदिन हजारों लोगों की जान जा रही है । लाखों लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं । ऐसे में प्रयागराज के मीरापुर के तिवारी पर कोरोना काल में दोहरी मार पड़ी है । दरअसल मीरापुर निवासी आनंद तिवारी ने 5 अप्रैल को अपने अंदर कोरोना के कुछ लक्षण महसूस किए । अपने बेटे की तबीयत को बिगड़ता देख उनकी मां शकुंतला देवी ने खाना-पीना छोड़ दिया और 25 अप्रैल को उनका निधन हो गया ।
इस विकट समय में आनंद की पत्नी प्राची ने हिम्मत नहीं हारी । प्राची ने घर पर क्वारंटाइन में बेटी की देखभाल की , सास के क्रियाकर्म , तेरहवीं भी संपन्न कराई और पति को भी मौत के मुंह से खींच लाई । कोरोना के समय में ऐसी ही कहानियां हमें हिम्मत और हौंसला बनाए रखने की उम्मीद देती है कि कल एक नई सुबह होगी ।
अस्पताल में नहीं मिली जगह , घर में किया पति का इलाज
आनंद तिवारी पेशे से वकील हैं और प्राची गृहणी है । 5 अप्रैल को आनंद को हल्का बुखार महसूस हुआ तो उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया । 13 अप्रैल तक आनंद ने तीन बार अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया लेकिन हर बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई और अचानक उसी दिन रात को उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी ।
आनंद का हालत को देखते हुए उन्हें तुरंत अल्लापुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया । वहां हुई ट्रूनॉट जांच में उन्हें पॉजिटिव पाया गया और अस्पताल प्रबंध ने उन्हें कोविड अस्पताल जाने की सलाह दी । इस विषम परिस्थिति में उन्हें किसी कोविड अस्पताल में जगह नहीं मिली और आनंद की हालत गंभीर होती जा रही थी ।
डरे नहीं डटकर मुकाबला करें
इस विषम परिस्थिति में भी आनंद की पत्नी प्राची ने हार नहीं मानी और पति का घर पर ही इलाज करना शुरू किया । इस बीच सास की मौत ने उन्हें विचलित किया लेकिन वह घबराई नहीं खुद को संभाला । पति की खूब सेवा की और 23 अप्रैल को आनंद को ऑक्सीजन सपोर्ट से हटा दिया गया । डॉक्टर के परामर्श से दवाओं की जगह ताजा पौष्टिक आहार और मानसिक तनाव मुक्ति के साधनों को अपनाकर प्राची ने अपने पति को पूरी तरह से ठीक कर लिया ।
प्राची ने कहा कि वह कोरोना से डरी नहीं , डटकर मुकाबला किया । तनाव को खुद पर कभी हावी नहीं दिया । उनहोंने कहा कि अपनों की शुभकामनाएं और डॉ आशुतोष के परामर्श से वह कोरोना को मात दे पाई हैं ।