मणिपुर में मच्छर मारने वाली दवा से युक्त मच्छरदानी बेहद कारगर, अबतक 3,84,348 वितरित
By भाषा | Published: December 7, 2019 07:36 PM2019-12-07T19:36:06+5:302019-12-07T19:36:06+5:30
‘दीर्घकालिक कीटनाशक मच्छरदानी (एलएलआईएन) नाम की इस मच्छरदानी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) मुहैया कर रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि मणिपुर सरकार ने राष्ट्रीय लक्ष्य से नौ साल पहले 2021 तक राज्य में शून्य मलेरिया का लक्ष्य रखा है।
मणिपुर को मलेरिया से मुक्त करने के राज्य सरकार के प्रयास में मच्छर मारने वाली दवा से युक्त मच्छरदानी बेहद मददगार साबित हो रही है।
‘दीर्घकालिक कीटनाशक मच्छरदानी (एलएलआईएन) नाम की इस मच्छरदानी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) मुहैया कर रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि मणिपुर सरकार ने राष्ट्रीय लक्ष्य से नौ साल पहले 2021 तक राज्य में शून्य मलेरिया का लक्ष्य रखा है।
वर्ष 2030 तक देश में मलेरिया के उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। राज्य के मलेरिया अधिकारी थांग्पा सेर्तो ने बताया, ‘‘ जिनेवा से संचालित सबसे आवश्यक मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम ‘ग्लोबल फाइट अगेंस्ट एड्स, टीबी एंड मलेरिया (जीएफएटीएम) के तहत मुफ्त में यह विशेष मच्छरदानी वितरित की जा रही है।’’
उन्होंने बताया कि जीएफएटीएम द्वारा जरूरत के हिसाब से वितरित की जा रही मच्छरदानी में मच्छर मारने की दवा का असर तीन से पांच साल तक रहता है। अधिकारी के मुताबिक 2016 से अबतक 3,84,348 दवा लगी मच्छरदानी वितरित की गई है और 2020 तक 5,64,572 मच्छरदानी वितरित करने का लक्ष्य है।