बिहार में कोरोना से अब तक 18 डॉक्टरों सहित 388 से अधिक लोगों की मौत, संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 71794
By एस पी सिन्हा | Published: August 7, 2020 05:58 PM2020-08-07T17:58:12+5:302020-08-07T17:58:12+5:30
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट के मुताबिक बिहार में 3646 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं.
पटना: बिहार में कोरोना का कहर कमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना संक्रमण से अब तक सूबे के 388 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इनमें से अबतक 18 डॉक्टरों की भी मौत हो गई है. बीती रात कटिहार के चिकित्सक डॉ. डीएन पोद्दार भी कोरोना की वजह से जिंदगी की जंग हार गए.
इनके पहले मुजफ्फरपुर के युवा चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार की भी एक दिन पहले कोरोना से मौत हो चुकी है. तीन दिन पहले एक और चिकित्सक डॉ. आरबी झा की भी कोरोना से मौत हो गई थी. वहीं, बिहार में जानलेवा कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट के मुताबिक बिहार में 3646 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढकर 71794 हो गई है.
वहीं, जिन अन्य डॉक्टरों को कोरोना ने अपना शिकार बना लिया है, उनमें डॉ. मनोज कुमार वर्मा पटना, डॉ परमानंद कुमार पटना के अलावे समस्तीपुर के सिविल सर्जन समेत अब तक कुल 18 चिकित्सकों की मौत कोरोना संक्रमण की वजह हो चुकी है.
बताया जाता है कि कटिहार के चिकित्सक डॉ. बीएन पोद्दार सदर अस्पताल के एकमात्र सर्जन 17 दिनों तक कोरोना से जंग लडने के बाद जंग हार गये.
आज सुबह एम्स पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. करीब 25 दिन पूर्व ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आ गए थे. 22 जुलाई को स्थिति बिगडने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया था. करीब 17 दिनों तक कोरोना से जंग लडते हुए आज सुबह उनकी मौत हो गई. उनकी मौत की खबर यहां पहुंचते ही जिले के डॉक्टरों एवं आमलोगों में शोक की लहर दौड गई.
सदर अस्पताल में सर्जन के रूप में लंबे समय से पदस्थापित थे. काफी मिलनसार वह अच्छे सर्जन के रूप में जाने जाते थे. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोरोना वार्ड में इनकी ड्यूटी थी. ड्यूटी के दौरान ही मरीज के संपर्क में आने के बाद कोरोना की चपेट में आए.
कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद उन्होंने अपना जांच कराया. जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद उन्होंने खुद को होम कोरेंटिन कर लिया.
पांच दिन बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई. जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था. अभी मिले संक्रमितों में चार डॉक्टर, 14 नर्सिंग स्टाफ भी शामिल हैं.
संक्रमित डॉक्टरों में पीएमसीएच का एक सीनियर डॉक्टर और एक पीजी, एक आईजीआईएमएस के जबकि एक एम्स के हैं. एम्स के डॉक्टर कोविड यूनिट में भर्ती हैं, जबकि बाकी तीन अपने घर में आइसोलेशन में रहेंगे.
इस बीच, बिहार में कोरोना महामारी के तेजी से फैलाव के बीच राजधानी पटना पूरी तरह कोरोना के चपेट में आ गया है. पटना में कोरोना लगातार लोगों की जान ले रहा है. सिविल कोर्ट के परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश हरीशचंद्र श्रीवास्तव की मौत कोरोना से हो गई. उनका इलाज पटना एम्स में चल रहा था. दो दिन पहले वे एम्स में भर्ती हुए थे.
एम्स में पांच अन्य लोगों की मौत आज हुई. इनमें तीन पटना के हैं. इनमें हाजीगंज के अनिल कुमार, फुलवारी शरीफ के परशुराम यादव और कंकडबाग की कलावती देवी शामिल हैं. पीएमसीएच में भी भर्ती पटना की बंगाली टोला की महिला की मौत कोविड वार्ड में हो गई.