पंजाब में पराली नहीं जलाने वाले 29,000 से अधिक किसानों को मिला मुआवजा
By भाषा | Published: November 16, 2019 05:17 AM2019-11-16T05:17:11+5:302019-11-16T05:17:11+5:30
सरकार ने उन छोटे और सीमांत किसानों को 2500 रूपये प्रति एकड़ देने का फैसला किया है जो पराली जलाने से दूर रहे हैं।
पंजाब सरकार ने पराली नहीं जलाने वाले और गैर बासमती चावल की फसल लेने वाले 29,343 छोटे और सीमांत किसानों के बीच 19 करोड़ रूपये का वितरण किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सरकार ने उन छोटे और सीमांत किसानों को 2500 रूपये प्रति एकड़ देने का फैसला किया है जो पराली जलाने से दूर रहे हैं।
पराली जलाने से बहुत वायु प्रदूषण फैलता है। कृषि सचिव कहान सिंह पन्नू ने कहा कि मुआवजा सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचा दिया गया। क्षेत्रीय अधिकारियों ने इन किसानों की सूची दी थी। पन्नू ने कहा कि अबबतक 85,000 आवेदन आए हैं । आवेदन देने की अंतिम तारीख 30 नवंबर है।
उन्होंने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ हर आवेदन का ग्राम पंचायत और बाद में राजस्व अधिकारियों द्वारा सत्यापन करना होता है ताकि केवल गैर बासमती फसलों की खेती करने और अपने खेतों के किसी भी हिस्से में पराली नहीं जलाने वाले पांच एकड़ तक की जमीन के किसान परिवारों के लिए मुआवजे की सिफारिश की जाए। ’’ पन्नू ने चेतावनी दी कि गलत सिफारिश करने वाले किसी भी सरपंच या राजस्व अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।