राजस्थान: एक कमरे में चल रहे हैं 1500 से अधिक सरकारी स्कूल, 24 जून से खुलने पर बच्चों में होगा कोरोना संक्रमण का खतरा
By धीरेंद्र जैन | Published: June 22, 2020 09:32 PM2020-06-22T21:32:22+5:302020-06-22T21:34:48+5:30
राजस्थान में सरकारी स्कूल 24 जून से खुलने हैं, लेकिन कोरोना सक्रमण के माहौल को देखते हुए स्कूल खुलते हैं तो ये स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा संकट साबित हो सकता है।
जयपुर। शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार 24 जून से शुरू हो रहे नये सत्र को लेकर राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमें बच्चों के भविष्य की पूरी चिंता है, बच्चों के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नया सत्र 24 जून से अवश्य शुरू हो रहा है लेकिन बच्चे कब से स्कूल आएंगे, यह निर्णय केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशानुसार होगा।
राजस्थान में गत 101 दिनों से बंद स्कूल शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार 24 जून से शिक्षकों और जुलाई की पहली तारीख से बच्चों के लिए खुलने हैं। लेकिन अभी के कोरोना सक्रमण के माहौल को देखते हुए यदि स्कूल खुलते हैं तो ये स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा संकट साबित हो सकता है।
ऐसी है राजस्थान के स्कूलों की स्थिति
प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यहां के सरकारी स्कूलों की स्थिति का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि यहां के 1500 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जो केवल एक कमरे में चल रहें है और वहां लगभग 50 से 100 बच्चे पढने के लिए बैठते हैं। 1400 से अधिक से सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक कमरे में ही पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही है। वहीं 80 से अधिक से सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जिनमें 8वीं तक की, 8 से अधिक स्कूलों में 10र्वी तक की और लगभग 25 स्कूलों में तो 12वीं तक की कक्षाएं एक ही कमरे में संचालित हो रही हैं।
165 सरकारी स्कूलों में नहीं है एक भी कमरा
यहीं नहीं इससे में अधिक भयावह सत्य यह है कि प्रदेश के 165 से अधिक सरकारी स्कूल तो ऐसे हैं जहां पर एक भी कमरा नहीं है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों के लचर हालात का किस्सा यहीं पर समाप्त नहीं होता। विकास का दम भरने वाली राजस्थान सरकार के 7600 से अधिक स्कूल ऐसे हैं जो केवल एक-एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे हैं। ऐसे हालात में सामाजिक दूरी के नियमों की पालना कौन और किस प्रकार करा पाएगा।
1.75 लाख शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना वॉरियर्स के रूप में लगी है
राजस्थान के शिक्षा विभाग के कहने को 4 लाख शिक्षक कार्यरत हैं लेकिन वर्तमान में लगभग 1.75 लाख शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना वॉरियर्स के रूप में लगी है। शेष में से अधिकांश राजस्थान बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी दे रहे हैं। इसकी भी प्रबल संभावना है कि 30 जून को बोर्ड परीक्षाओं के समापन के साथ ही इनमें से अधिकांश की ड्यूटी कोरोना वॉरियर्स के रूप में फिर से लग जाए और यदि ऐसा होता है तो पहली तारीख से शुरू हो रहे नये सत्र में स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएगा कौन? यह गंभीर विचारणीय विषय है।
राजस्थान में 13 मार्च को घोषित की गई थी स्कूलों में छुट्टी
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 13 मार्च को जब स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई थी उस समय तक प्रदेश में महज 3 कोरोना संक्रमित मिले थे। जब कि वर्तमान में औसन 300 मामले प्रतिदिन नये सामने आ रहे हैं। ऐसे हालातों में स्कूल खुलना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट हो सकता है।