मानसून 4 जून को पहुंच सकता है केरल, पर करेगा निराश, देश के इन हिस्सों में होगी सबसे कम बारिश
By विनीत कुमार | Published: May 15, 2019 09:43 AM2019-05-15T09:43:27+5:302019-05-15T09:43:27+5:30
उत्तर पश्चिम भारत में 96 प्रतिशत बारिश का अनुमान है। वहीं, दक्षिण भारत में 95 प्रतिशत बारिश का अनुमान है।
इस साल मानसून 4 जून को केरल में दस्तक दे सकता है। स्काईमेट ने यह जानकारी दी है। मानसून के आमतौर पर केरल पहुंचने की तारीख 1 जून होती है। इस लिहाज से माना जा रहा है कि मानसून के आने के सामान्य समय से ज्यादा देरी नहीं होगी। हालांकि, साथ ही स्काईमेट ने यह भी कहा है कि मानसून इस बार कमजोर रहेगा। मानसून 22 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप पहुंचेगा।
स्काइमेट ने बताया कि देश के सभी चार क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश की आशंका है। भारत के उत्तर पश्चिम और प्रायद्वीपीय हिस्सों में बेहतर बारिश (क्रमश: 96 और 95 प्रतिशत) की संभावता है। हालांकि, मध्य और पूर्वी भारत में सामान्य से करीब 9 प्रतिशत कम बारिश होगी। मानसून केरल में आने के करीब 40-45 दिनों के पूरे देश में छा जाता है। पश्चिमी राजस्थान में सबसे आखिर में मानसून पहुंचता है।
कहां होगी कैसी बारिश
अनुमान के अनुसार मध्य भारत (गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा) में 976 मिलीमटर बारिश होती है। इस बार 91 फीसदी तक बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत (बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और नॉर्थ ईस्ट) की बात करें इस बार यहां औसत के 92 प्रतिशत तक बारिश का अनुमान है।
उत्तर पश्चिम भारत में 96 प्रतिशत बारिश का अनुमान है। वहीं, दक्षिण भारत में 95 प्रतिशत बारिश का अनुमान है। स्काईमेट के अनुसार जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर के मुकाबले ज्यादा बारिश की संभावना है।
हालांकि, चिंताजनक बात सूखा प्रभावित विदर्भ, मराठवाड़ा, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ इलाकों के लिए है, जहां सामान्य से बहुत कम बारिश की आशंका है।