पांच दिन की देरी, छह जून को केरल को भिगोएगा मानसून, दिल्ली-एनसीआर में 29 जून को

By भाषा | Published: May 15, 2019 12:51 PM2019-05-15T12:51:08+5:302019-05-15T12:51:08+5:30

स्काईमेट के वैज्ञानिकों के अनुसार चार जून से भारत में मानसून की दस्तक हो सकती है। जिसका देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग असर दिखाई देगा। भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान एवं निकोबार दीप समूह में दस्तक देता है। यहां 22 मई से इसका असर दिखाई देने लगेगा। इसके बाद चार जून से केरल में मानसून का असर दिखाई देगा। वहीं दिल्ली एनसीआर में 29 जून के करीब यह प्रभावी होगा।

Monsoon to be delayed by five days; to hit Kerala on June 6: IMD | पांच दिन की देरी, छह जून को केरल को भिगोएगा मानसून, दिल्ली-एनसीआर में 29 जून को

दिल्ली-एनसीआर में 29 जून के करीब मानसून की दस्तक होगी। जिसके बाद लोगों को गर्मी से राहत के आसार हैं।

Highlightsआईएमडी ने कहा कि सामान्य तौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को भारत की मुख्य भूमि में प्रवेश करता है पर इस बार यह पांच दिन की देरी से पहुंचेगा।आईएमडी के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।

आपको जल्द ही गर्मी से राहत मिलने वाली है। इस साल मानसून छह जून को केरल के तट पर पहुंचेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग(आईएमडी) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

मौसम विभाग ने इस साल देश में पांच दिन की देरी से मानसून के दस्तक देने की संभावना जताते हुये कहा है कि दक्षिण पश्चिम मानसून छह जून को केरल तट पर पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि भारत में चार महीने के बारिश के मौसम की शुरुआत दक्षिण पश्चिम मानसून से होती है।

यह मानसून भारत में हर साल सामान्यत: एक जून को केरल तट पर दस्तक देता है। दक्षिण पश्चिम मानसून के बारे में मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार इस साल मानसून पहुचंने में पांच दिन की देरी हो सकती है। विभाग ने हालांकि इसमें चार दिन अधिक या कम होने की संभावना से इंकार नहीं किया है।

विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून के लिये अंडमान सागर और निकोबार द्वीप के दक्षिणी इलाकों तथा बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में 18 से 19 मई के बीच आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्थितियां बरकरार हैं।

विभाग के अनुसार अगर पूवार्नुमान के मुताबिक मानसून इस साल भी देरी से आता है, तो 2014 के बाद मानसून के विलंबित होने का यह तीसरा साल होगा। इससे पहले 2015 में पांच जून और 2016 में आठ जून को मानसून ने केरल तट पर दस्तक दी थी। यह जरूरी नहीं है कि मानसून के देर से आने से बारिश की मात्रा पर कोई प्रभाव पड़े।

पिछले साल मानसून, नियत समय से तीन दिन पहले, 29 मई को केरल तट पर आ गया था। इसके बावजूद देश में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गयी थी। इसी तरह 2017 में 30 मई को मानसून की दस्तक के बाद भी बारिश की मात्रा औसत स्तर की 95 प्रतिशत ही रही थी।

विभाग ने अप्रैल में जारी पूर्वानुमान में दक्षिण पश्चिम मानसून में लगभग सामान्य बारिश होने का अनुमान व्यक्त करते हुये इसके 96 प्रतिशत तक रहने की संभावना जतायी थी जबकि स्काईमेट ने इसके सामान्य से कम 93 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। 

आईएमडी ने कहा कि सामान्य तौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को भारत की मुख्य भूमि में प्रवेश करता है पर इस बार यह पांच दिन की देरी से पहुंचेगा। इस तारीख में चार दिन अधिक या कम भी हो सकते हैं। आईएमडी के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।

मंगलवार को एक निजी एजेंसी स्काईमेट ने कहा था कि मानसून चार जून को केरल आएगा और इसमें दो दिन का हेरफेर हो सकता है। वहीं, दिल्ली एनसीआर में 29 जून से बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट वेदर सर्विस ने सेक्टर-125 स्थित स्काइमेट कार्यालय में जानकारी दी।

स्काईमेट ने 2019 में 93 प्रतिशत बारिश की संभावना जताई है। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार इस साल भारतीय उप महाद्वीप में मानसून शुरुआती दौर में थोड़ा कमजोर रहेगा।
 

स्काईमेट के वैज्ञानिकों के अनुसार चार जून से भारत में मानसून की दस्तक हो सकती है। जिसका देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग असर दिखाई देगा। भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान एवं निकोबार दीप समूह में दस्तक देता है।

यहां 22 मई से इसका असर दिखाई देने लगेगा। इसके बाद चार जून से केरल में मानसून का असर दिखाई देगा। वहीं दिल्ली एनसीआर में 29 जून के करीब यह प्रभावी होगा।

स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह के अनुसार 2019 में मानसून का सभी क्षेत्रों में कमजोर प्रदर्शन दिखेगा। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत तथा मध्य भारत में कम बारिश की आशंका है। जबकि उत्तर पश्चिम और दक्षिण भारत में स्थिति बेहतर होगी।

दिल्ली- एनसीआर, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ में मानसून के सामान्य रहने की संभावना

इस साल दिल्ली- एनसीआर, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ में मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। जिसके चलते लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार है। मानसून की बारिश का असर जून और जुलाई में अधिक दिखेगा।

दिल्ली-एनसीआर में 29 जून के करीब मानसून की दस्तक होगी। जिसके बाद लोगों को गर्मी से राहत के आसार हैं। वहीं  इस साल महाराष्ट्र, विदर्भ, तमिलनाडु, कर्नाटक, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल में औसत से कम मानसून रहने की संभावना है।

 

Web Title: Monsoon to be delayed by five days; to hit Kerala on June 6: IMD

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे