दिल्ली सहित उत्तर भारत में गर्मी से मिलेगी जल्द राहत, मौसम विभाग बताया-इस तारीख से बरसेंगे बदरा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 24, 2018 04:05 PM2018-06-24T16:05:56+5:302018-06-24T16:05:56+5:30
भीषण गर्मी का सामना कर रहे मध्य और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को अगले दो-तीन दिन में कुछ राहत मिलने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर मानसून से पहले की बारिश के लिए 27 जून से स्थितियां अनुकूल होने जा रही हैं।
नई दिल्ली, 24 जूनः मौसम विभाग के डेटा से खुलासा हुआ है कि देश के 25 प्रतिशत से कम हिस्से में अब तक सामान्य या अधिक बारिश हुई है। इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने रविवार को कहा कि सप्ताहांत मानसून गतिविधि ने जोर पकड़ लिया और मानसून धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है।
भीषण गर्मी का सामना कर रहे मध्य और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को अगले दो-तीन दिन में कुछ राहत मिलने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर मानसून से पहले की बारिश के लिए 27 जून से स्थितियां अनुकूल होने जा रही हैं।
दिल्ली में मानसून के 29 जून को पहुंचने की उम्मीद है जो राष्ट्रीय राजधानी के लिए मानसून पहुंचने की सामान्य तिथि है। दक्षिण पश्चिमी मानसून निर्धारित सामान्य तिथि से तीन दिन पहले 29 मई को पहुंचा और केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों में बारिश हुई।
हालांकि शनिवार तक कुल मिलाकर बारिश सामान्य से 10 प्रतिशत कम रही। देश के चार मौसम विभागीय मंडलों में से केवल दक्षिणी प्रायद्वीप ही ऐसा क्षेत्र रहा जहां 29 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई। पूर्वी-पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में क्रमश : 29 और 24 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। भारत के 36 मौसम विभागीय उपमंडलों में से 24 उपमंडलों में 'कम' और 'बहुत कम' बारिश हुई। इसका मतलब है कि देश के 25 प्रतिशत से कम हिस्से में सामान्य या अधिक बारिश हुई।
महापात्र ने कहा कि मानसून 23 जून से मजबूत हुआ है। रविवार को यह गुजरात के सौराष्ट्र (क्षेत्र), वेरावल, अहमदाबाद और महाराष्ट्र के अमरावती की ओर बढ़ गया। पूर्वी दिशा में यह समूचे असम, उत्तर पश्चिमी बंगाल में जलपाईगुड़ी और दक्षिणी बंगाल में मिदनापुर पहुंच चुका है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में 27 जून को मानसून से पहले की बारिश होगी। उन्होंने बताया कि अगले 48 घंटों में ओडिशा , पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा महाराष्ट्र के शेष हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होगी।
वहीं, मौसम विभाग दूसरे चरण के दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान में बता चुका है कि इस साल जुलाई से अगस्त के दौरान पूरे देश में बारिश का स्तर सामान्य अनुमानित स्तर का 97 प्रतिशत तक रहेगा। इस दौरान उत्तर पश्चिमी राज्यों में बारिश का स्तर 100 प्रतिशत और मध्य भारत में 99 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसके अलावा दक्षिणी प्रायदीप क्षेत्र में इसका स्तर 95 प्रतिशत और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 93 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि मौसम विभाग ने गत 16 अप्रैल को मानसून के पहले चरण में जून से सितंबर के लिये बारिश का दीर्घकालिक औसत पूर्वानुमान जारी किया था। इस चरण में बारिश की मात्रा औसत अनुमान से 96 प्रतिशत से 104 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना जतायी गयी थी।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें