पद्मश्री से सम्मानित मोहम्मद शरीफ को मिला राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम शामिल होने का न्योता, जानें कौन हैं ये
By सुमित राय | Published: August 4, 2020 03:47 PM2020-08-04T15:47:24+5:302020-08-04T15:57:32+5:30
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन के लिए चुनिंदा लोगों को बुलाया गया है और इसमें मोहम्मद शरीफ एक ऐसा नाम है, जो काफी चर्चा में है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है और सभी अतिथियों को निमंत्रण भेजा जा चुकी है। हालांकि कोविड-19 महामारी के कारण चुनिंदा लोगों को ही समारोह में बुलाया जा रहा है और इसमें राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी का भी नाम शामिल है। इसके अलावा अतिथियों की लिस्ट में एक और नाम है, जो सुर्खियों में है, वो है मोहम्मद शरीफ।
कौन हैं मोहम्मद शरीफ
पेशे से बाइसिकल मैकेनिक मोहम्मद शरीफ पिछले करीब 27 साल से जिले में लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते हैं और अयोध्या में खिड़की अली बेग मोहल्ले के रहते हैं। शरीफ पिछले करीब 27 सालों में अब तक 25 हजार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं और वो इस काम में धर्म, संप्रदाय नहीं देखते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने इसी साल मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा था।
निमंत्रण के बाद शरीफ ने क्या कहा
राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने के बाद काफी खुश हैं और अयोध्या में इस भव्य समारोह का हिस्सा बनने को बेहद उत्सुक हैं। कोरोना वायरस महामारी के बीच कार्यक्रम में शामिल होने पर शरीफ ने कहा, "यदि मेरा स्वास्थ्य अनुमति देता है तो मैं जाऊंगा।"
Ayodhya: Mohammad Sharif who is known for cremating over 25,000 unclaimed bodies has been invited for the foundation stone laying ceremony of the Ram Temple on August 5. He says,"If my health permits I will go." pic.twitter.com/HTWRZSgQSa
— ANI UP (@ANINewsUP) August 4, 2020
शरीफ गुर्दों की बीमारी के कारण हैं परेशान
शरीफ के बेटे मोहम्मद सगीर ने मंगलवार को बताया कि करीब 82 वर्षीय उनके पिता को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भेजा गया निमंत्रण मंगलवार को दोपहर में मिला है। हालांकि उन्होंने यह कहा कि उनके पिता को पिछले कुछ समय से गुर्दों की बीमारी के कारण काफी परेशानी हो रही है और वह ठीक से चल भी नहीं पा रहे, लिहाजा वह कार्यक्रम में शरीक हो पाएंगे, इसमें संदेह है।
सगीर ने बताया कि शरीफ चाचा का अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है और उनकी हालत देखने के बाद तय किया जाएगा कि वह कार्यक्रम में शामिल हो पाएंगे या नहीं। सगीर के मुताबिक उनके पिता हिंदू, मुस्लिम समेत सभी धर्मों से जुड़े लोगों के लावारिस शवों का उनकी आस्था के मुताबिक अंतिम संस्कार करते हैं। अब तक वह करीब 25,000 लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुके हैं।
अयोध्या में राम जन्म भूमि मंदिर के भूमि पूजन से पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू
अयोध्या में राम जन्मभूमि निर्माण के लिए भूमि पूजन से दो दिन पहले से ही धार्मिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। अयोध्या में हर जगह बैरीकेड लगा दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपील की है कि अयोध्या में बुधवार को होने वाले भूमि-पूजन समारोह में सिर्फ वही लोग आएं, जिन्हें आमंत्रित किया गया है। योगी ने राम जन्मभूमि के पास घंटों रह कर समारोह की तैयारियों की समीक्षा की।
सोमवार को 12 पुजारियों ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। उसके बाद भगवान राम और माता सीता के राजवंशों के देवी-देवताओं की पूजा की जाएगी। मंगलवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की जाएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कई ट्वीट और संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 लोगों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं का हिस्सा हैं।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण धार्मिक नेताओं सहित कुछ अतिथियों को भूमि-पूजन समारोह में शामिल होने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं।