'मोदी बताते हैं अपने को प्रधान सेवक लेकिन हैं निरंकुश तानाशाह', केसी वेणुगोपाल का केंद्र पर हमला
By शीलेष शर्मा | Published: May 30, 2020 03:52 PM2020-05-30T15:52:20+5:302020-05-30T15:52:20+5:30
कोरोना के नाम पर राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज 10 फीसदी जीडीपी का घोषित किया, लेकिन यहाँ भी मोदी ने झूठ बोला। सच्चाई यह है की जीडीपी का यह मात्र ०.83 फ़ीसदी है। आय की असमानता 73 सालों में सबसे अधिक है , एक फ़ीसदी लोगो के पास देश की 45 फ़ीसदी दौलत है।
नई दिल्ली: मोदी सरकार अपनी सरकार का एक साल पूरा होने पर जहां प्रशस्ति गान कर रही है तो दूसरी तरफ प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस मोदी सरकार के पूरे 6 सालों की विफलताओं का चिठ्ठा खोल कर उसे बेनक़ाब करने में जुटी है। पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रधानमंत्री मोदी के जनता के नाम ज़ारी पत्र के जबाब में ई बुक लेट जारी कर दी।
कांग्रेस ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुये कहा कि पिछले 6 सालों में यह सरकार झूठ की राजनीति करती रही जिससे मोदी सरकार ने अपनी राजनैतिक महत्वकांछा को तो पूरा किया लेकिन देश को आज उसकी सामाजिक और आर्थिक कीमत चुकानी पड़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस ने सीधे निशाने पर रख कर बारी बारी से वह वादे याद दिलाये जो मोदी ने चुनाव जीतने के लिये जनता से किये और आज उन वादों का क्या हाल है। इन वादों का जिक्र कर कांग्रेस ने साबित करने की कोशिश की कि मोदी सिर्फ और सिर्फ झूठ बोलते हैं।
मोदी ने विकास दिया सात साल बनाम सात महीने आज 2020 है लेकिन सरकार के पास काम गिनाने के नाम पर कुछ भी नहीं है। 2 करोड़ लोगो को नौकरी देने का वादा तो किया, नौकरी मिलना तो दूर बेरोज़गारी पिछले 45 सालों की सभी सीमाओं को तोड़ कर 27. 11 फ़ीसदी तक जा पहुंची है। फ़र्ज़ी अकड़े देकर जीडीपी की झूटी प्रगति बताते रहे। लेकिन जीडीपी 2020 की चौथी तिमाही में 3. 1 फ़ीसदी है। अनुमान लगाया जा रहा है की यह दो फ़ीसदी पर पहुँच जाएगी। किसानों , गरीबों, के लिए सरकार के पास पैसा नहीं लेकिन बैंकों को चूना लगाने वालो और सरकार के ख़ज़ाने के लूटने वालो के ऋण माफ़ किये गए। पिछले 6 सालों में 6. 66000 करोड़ के लोन राइट ऑफ कर दिए गए।
चुनाव के समय अमेरिका डॉलर को 40 रुपये पर लाने वाले मोदी ने डॉलर के मुक़ाबले रुपये को 76 रूपये पर पहुंचा दिया। कोरोना के नाम पर राजकोषीय प्रोत्साहन पैकेज 10 फीसदी जीडीपी का घोषित किया, लेकिन यहाँ भी मोदी ने झूठ बोला। सच्चाई यह है की जीडीपी का यह मात्र ०.83 फ़ीसदी है। आय की असमानता 73 सालों में सबसे अधिक है , एक फ़ीसदी लोगो के पास देश की 45 फ़ीसदी दौलत है। वहीं असंगठित क्षेत्र के 40 करोड़ शहरी और ग्रामीण लोग गरीबी के कुचक्र में फसे हैं। मोदी अपने आप को प्रधान सेवक बताते है लेकिन है निरंकुश तानाशाह। इनको न प्रवासी मजदूरों की चिंता है न छोटे उद्योगों की न कामगारो की न किसानो की और न ही माध्यम वर्ग की। केवल झूठ बोलो और राज करो ही इनकी नीति है।