मोदी ने कहा, कार से बुलेट ट्रेन तक, भारत-जापान संबंधों ने तय की है लंबी दूरी
By भाषा | Published: June 27, 2019 06:24 PM2019-06-27T18:24:10+5:302019-06-27T18:24:10+5:30
प्रधानमंत्री मोदी ने कोबे शहर में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जापान ने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि भारत अगले पांच साल में पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। ऐसे में द्विपक्षीय संबंध पहले से बेहतर होने वाले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जापान और भारत समय के साथ मजबूत होते आ रहे हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि दोनों ने कार बनाने के लिये आपस में सहयोग की शुरुआत की थी और अब दोनों मिल कर बुलेट ट्रेन के निर्माण करने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोबे शहर में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जापान ने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि भारत अगले पांच साल में पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। ऐसे में द्विपक्षीय संबंध पहले से बेहतर होने वाले हैं।
मोदी शुक्रवार से ओसाका में शुरू हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये यहां आये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐसा समय था जब हम कार बनाने के लिये एक साथ आये थे और अब हम बुलेट ट्रेन बनाने के लिये एक साथ आये हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत में ऐसा कोई भी हिस्सा नहीं है जहां जापान की परियोजनाओं या निवेश ने अपना चिह्न नहीं छोड़ा है। इसी तरह भारत की प्रतिभा और श्रमबल ने जापान को मजबूत बनाने में योगदान दिया है।’’
PM in Japan: I'm fortunate to be here once again after 7 months. It's a coincidence that last time I was here, election results were out here&you had shown trust in my dear friend Shinzo Abe. Today when I'm here,largest democracy has shown even greater trust in this Pradhan Sevak pic.twitter.com/mNvmNE3Csn
— ANI (@ANI) June 27, 2019
जापान में रह रहे भारतीय मूल के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। गौरतलब है कि भारत ने अहमदाबाद से मुंबई के बीच पहली बुलट-ट्रेन चलाने की योजना बनायी है। इसमें जापान मदद से काम चल रहा है। इस परियोजना का पहला चरण 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। 508 किलो मीटर की इस लाइन के लिए राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम लि) एनएचआरएससीएल भूमि जुटाने का काम कर रहा है।