कांग्रेस की आपत्ति नजरअंदाज, सरकार जल्द कर सकती है सीबीआई निदेशक की घोषणा

By भाषा | Published: February 2, 2019 01:29 AM2019-02-02T01:29:31+5:302019-02-02T10:21:35+5:30

चयन समिति की बैठक का ब्यौरा दिए बिना एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘‘बैठक के दौरान कोई फैसला नहीं हो पाया।’’ 

Modi government can overlooks Congress objection, soon announce CBI director | कांग्रेस की आपत्ति नजरअंदाज, सरकार जल्द कर सकती है सीबीआई निदेशक की घोषणा

फाइल फोटो

सीबीआई के निदेशक को चुनने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बैठक में प्रस्तावित नामों को लेकर समिति के सदस्य कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की आपत्ति के बावजूद केंद्र जल्द ही एजेंसी के अगले प्रमुख के नाम की घोषणा कर सकता है।

अधिकारियों ने बताया कि समझा जाता है कि तीन सदस्यीय चयन समिति की दूसरी बैठक के दौरान सरकार ने ऐसे कुछ अधिकारियों के नाम सामने रखे, जिन्हें सीबीआई निदेशक पद पर नियुक्ति के योग्य माना गया है। उन्होंने बताया कि हालांकि इन नामों पर खड़गे ने ऐतराज जताया। 

समझा जाता है कि पद के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जावेद अहमद, रजनी कांत मिश्रा, एस एस देसवाल और शिवानंद झा का नाम दौड़ में सबसे आगे है। 

चयन समिति की बैठक का ब्यौरा दिए बिना एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘‘बैठक के दौरान कोई फैसला नहीं हो पाया।’’ 

इससे पहले दिन में, उच्चतम न्यायालय ने कहा कि वह अंतरिम सीबीआई निदेशक की नियुक्ति के ‘खिलाफ’ नहीं है लेकिन केन्द्र को ‘तत्काल’ केन्द्रीय जांच ब्यूरो के नियमित निदेशक की नियुक्ति करनी चाहिए।

शीर्ष अदालत ने कहा कि सीबीआई निदेशक का पद संवेदनशील है और लंबे समय तक इस पद पर अंतरिम निदेशक को रखना अच्छी बात नहीं है। पीठ ने इस टिप्पणी के साथ ही सरकार से जानना चाहा कि अभी तक इस पद पर नियुक्ति क्यों नहीं की गयी। 

आलोक वर्मा को हटाए जाने के बाद से सीबीआई प्रमुख का पद 10 जनवरी से ही खाली है। भ्रष्टाचार के आरोपों पर गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना के साथ वर्मा का टकराव हुआ था। वर्मा और अस्थाना दोनों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। 

वर्मा के हटाए जाने के बाद से एम. नागेश्वर राव अंतरिम सीबीआई प्रमुख के तौर पर काम कर रहे हैं । 

शुक्रवार की बैठक प्रधानमंत्री के आवास पर हुई। यह बैठक एक घंटे से ज्यादा समय तक चली। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ओर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बैठक में शामिल हुए।

पद के लिए जिन अधिकारियों का नाम आगे चल रहा है उसमें अहमद उत्तरप्रदेश कैडर के 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो वर्तमान में राष्ट्रीय अपराधशास्त्र एवं विधि विज्ञान संस्थान के प्रमुख हैं। उसी बैच के मिश्रा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रमुख हैं।

हरियाणा कैडर के 1984 बैच के आईपीएस देसवाल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक हैं जबकि 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी झा गुजरात पुलिस के प्रमुख हैं। इससे पहले 24 जनवरी को बैठक हुई थी लेकिन सीबीआई प्रमुख पर कोई फैसला नहीं हो पाया था। 

पिछली बैठक में समिति के सदस्यों से कुछ योग्य अधिकारियों की सूची और उनकी फाइलें साझा की गयी ।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली समिति द्वारा सीबीआई निदेशक पद से हटाए जाने के बाद वर्मा को महानिदेशक दमकल सेवा, नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षा बनाया गया था। हालांकि, वर्मा ने इस पद को स्वीकार नहीं किया।

English summary :
Despite the objections of Congress leader Mallikarjun Kharge, Government may announce the name of the next Central Bureau of Investigation (CBI) director. On the proposed names in the meeting of the selection committee chaired by the Prime Minister Narendra Modi, the Committee can select the CBI director, despite the objection from Congress.


Web Title: Modi government can overlooks Congress objection, soon announce CBI director

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