मोदी मंत्रिमंडल: इन युवा चेहरों को मिल सकता है मौका, वरुण के लिए मेनका छोड़ सकती हैं मंत्री पद
By विकास कुमार | Published: May 25, 2019 04:48 PM2019-05-25T16:48:59+5:302019-05-25T16:48:59+5:30
मेनका गांधी के बेटे और पीलीभीत से चुन कर संसद पहुंच रहे वरुण गांधी को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है. 2014 से लेकर 2019 तक केंद्रीय नतृत्व से नाराज़ रहने वाले वरुण गांधी इस बार मंत्री पद के प्रबल दावेदार दिख रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद अब इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि मोदी मंत्रिमंडल का स्वरूप क्या होगा? मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में किन नए चेहरों को एंट्री मिल सकती है. आम चर्चा ये है कि पीएम मोदी इस बार युवा चेहरों को तरजीह दे सकते हैं. बंगाल में 18 सीटें जीतने के बाद वहां से एक-दो नए चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. पिछले कार्यकाल में बाबुल सुप्रियो को राज्य मंत्री बनाया गया था.
बैंगलोर दक्षिण से बीजेपी के 28 वर्षीय उम्मीदवार तेजस्वी सूर्या को इस बार मोदी कैबिनेट में मौका मिल सकता है. तेजस्वी ने लॉ की पढ़ाई की है और इंग्लिश और हिंदी पर अच्छी पकड़ होने के कारण उन्हें तरजीह मिल सकता है. तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. इस सीट से बीजेपी के पूर्व दिग्गज नेता अनंत कुमार चुनाव जीतते आये थे. तेजस्वी सूर्या 2019 के लोकसभा चुनाव में चर्चा का केंद्र बन कर उभरे थे. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ही तेजस्वी सूर्या को चुना था और अब ऐसा माना जा रहा है कि इस नजदीकी का फायदा उन्हें मिल सकता है.
मेनका गांधी के बेटे और पीलीभीत से चुन कर संसद पहुंच रहे वरुण गांधी को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है. 2014 से लेकर 2019 तक केंद्रीय नतृत्व से नाराज़ रहने वाले वरुण गांधी इस बार मंत्री पद के प्रबल दावेदार दिख रहे हैं. मेनका गांधी पिछले कार्यकाल में बाल कल्याण विकास मंत्रालय का प्रभार संभाल चुकी हैं और ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार वरुण गांधी को आगे रखते हुए मेनका ख़ुद मंत्री पद से पीछे हट सकती हैं क्योंकि दोनों को मंत्री पद मिलने की सम्भावना ना के बराबर है. वरुण गांधी और मेनका गांधी ने इस बार सीटों की अदला-बदली की थी. सुल्तानपुर से मेनका केवल 14,526 वोटों से जीती हैं.
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम महाजन को भी इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिलने की चर्चा जोरों पर है. मुंबई नार्थ-सेंट्रल से उम्मीदवार पूनम महाजन ने कांग्रेस की उम्मीदवार प्रिया दत्त को डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. पूनम महाजन एक महिला हैं और पार्टी के युवा मोर्चे के अध्यक्ष होने के नाते उन्हें इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिल सकता है. हो सकता है कि उन्हें इसके लिए भाजयुमो के पद से इस्तीफा देना पड़े.
बाबुल सुप्रियो
दूसरी बार आसनसोल से चुन कर संसद पहुंच रहे बाबुल सुप्रियो को इस बार भी मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है. पिछले कार्यकाल में भारी उद्योग के राज्य मंत्री का पद संभालने वाले बाबुल सुप्रियो को इस बार दूसरा मौका मिल सकता है.