मोदी कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट, पटना में हलचल तेज, जदयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह बोले- मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिले
By एस पी सिन्हा | Published: June 12, 2021 07:22 PM2021-06-12T19:22:23+5:302021-06-12T19:24:02+5:30
जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा हमने भी सुनी है. जब भी विस्तार हो जदयू भी एनडीए गठबंधन का सहयोगी है, मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिलनी ही चाहिए.
पटनाः संसद के मानसून सत्र के पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की आहट सुनाई देने लगी है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अब केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान चाहता है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने बयान दिया है.
पटना में आरसीपी ने एनडीए के साथियों को सम्मान करते हुए मंत्रिमंडल में स्थान मांगा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू को भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. आरसीपी सिंह ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा हमने भी सुनी है. जब भी विस्तार हो जदयू भी एनडीए गठबंधन का सहयोगी है, मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिलनी ही चाहिए.
एनडीए गठबंधन में जदयू के 16 सांसद
उन्होंने कहा कि गठबंधन में एक दूसरे को मान सम्मान मिलना ही चाहिए. एनडीए के जितने भी घटक दल हैं, उनकी हिस्सेदारी होनी चाहिए. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा चल रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में बदलाव संभव है. ऐसे में बिहार से जदयू ने भी अपनी हिस्सेदारी जाहिर कर दी है.
अभी एनडीए गठबंधन में जदयू के 16 सांसद हैं. पिछली बार कैबिनेट विस्तार के समय जदयू के शामिल होने की चर्चा थी, मगर अंत में बात नहीं बनी. कहा जाता है कि उस समय आरसीपी सिंह के मंत्री बनने की बात थी, मगर ऐसा नहीं हुआ. इधर, बिहार एनडीए में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. गठबंधन के साथी भाजपा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) इशारों-इशारों में एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं.
मांझी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से की बात
शुक्रवार को हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी की राजद विधायक तेजप्रताप यादव से मुलाकात हुई थी. इस दौरान तेजप्रताप ने कहा था कि अगर मांझी महागठबंधन में आना चाहें तो उनका स्वागत है. वहीं मांझी ने गठबंधन से बाहर होने की सभी अटकलों को विराम लगा दिया था. इसबीच मांझी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से टेलीफोन पर हुई 12 मिनट की बातचीत ने बिहार की सियासत में काफी हलचल मचा दी है. 243 सीटों वाली विधानसभा में 127 विधायकों के समर्थन के बूते अल्प बहुमत से सरकार चला रही नीतीश सरकार के लिए यह खतरे का संकेत माना जा रहा है.
मुकेश सहनी ने एनडीए में टूट की खबरों से इनकार किया
अंदरखाने की खबर यह भी है कि जीतन राम मांझी को लालू प्रसाद यादव ने बहुत बड़ा ऑफर दे दिया है. दूसरी ओर खबर यह भी है कि लालू प्रसाद यादव ने एनडीए के एक अन्य सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी से भी टेलिफोनिक बात की है. मुकेश सहनी ने एनडीए में टूट की खबरों से इनकार किया है.
लेकिन इन चर्चाओं में अगर थोड़ी भी सच्चाई है तो मांझी के चार और सहनी के चार विधायक मिलकर एनडीए सरकार के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं. इस बीच भाजपा के सांसद सुशील कुमार मोदी के एनडीए में बिखराव की खबर का खंडन करने के बाद बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता और कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने भी बड़ा बयान दिया है.
जायसवाल ने तेजप्रताप यादव को एनडीए में आने का ऑफर दिया
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के भी कई विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. खास कर उनका इशारा कांग्रेस के विधायकों की ओर था. इसतरह से सूबे में जारी सियासी गहमागहमी के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तेजप्रताप यादव को एनडीए में आने का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि, यदि तेजप्रताप एनडीए में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है.
दरअसल, मांझी और तेजप्रताप यादव की मुलाकात को लेकर उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है. संजय जायसवाल ने दोनों की मुलाकात को तेजप्रताप यादव की एनडीए में एंट्री होने की बात को कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि, तेजप्रताप यादव तेजस्वी यादव से दुखी है. वे सीधे-सीधे एनडीए में एंट्री नहीं ले सकते हैं. इसलिए उन्होंने जीतन राम मांझी से मुलाकात की है.
बिहार में सरकार को किसी प्रकार का खतरा नहीं
संजय जायसवाल ने कहा कि तेज प्रताप दुखी हैं कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार में हर संकट के समय में गायब हो जाते हैं. उनके इस हरकत से कोई भी विधायक भी नाराज हो सकता है. तेज प्रताप भी अपनी पार्टी के काम से नाराज हैं, इसलिए मांझी से मार्गदर्शन लेने के लिए गए हुए थे. इस दौरान एक बार फिर कहा कि बिहार में सरकार को किसी प्रकार का खतरा नहीं है.
पिछले कुछ दिनों से बीपीएससी रिजल्ट पर लगातार तेजस्वी यादव के साथ चल रहे तकरार को लेकर उन्होंने कहा कि दसवीं पास भी नहीं करनेवाले तेजस्वी आरक्षण का मतलब नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि आज भी हजारों लोग ऐसे हैं, जिन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
यह अच्छी बात है कि अगर कोई अनुसूचित वर्ग के युवा कम्पीट कर सामान्य वर्ग की बराबरी करता है. बाकि आरक्षण का जो नियम वह तो सभी को मिल ही रहा है. यह बात मेरे या तेजस्वी जैसे लोगों से बहुत ऊपर की बात है.