IL&FS मामला: MNS चीफ राज ठाकरे ED के सामने पेश होने पहुंचे, कार्यकर्ताओं से की ये खास अपील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 22, 2019 11:50 AM2019-08-22T11:50:00+5:302019-08-22T11:59:46+5:30
ईडी ने राज ठाकरे को कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी में आईएलएंडएफएस द्वारा 450 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण और इक्विटी निवेश से संबंधित कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में तलब किया है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे एक धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होने के लिए उसके दफ्तर पहुंच गए। इस दौरान मुंबई पुलिस ने दक्षिण मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर सीआरपीसी की धारा 144 (गैरकानूनी सभा पर प्रतिबंध) लगा दी ताकि सुरक्षा व्यवस्था कायम रखी जा सके।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है। राज ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से ईडी कार्यालय के बाहर नहीं जाने की अपील की है, लेकिन हम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। ठाकरे ईएलएंडएफएस जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए बल्लार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने पहुंचे।
इस बीच, मनसे नेता संदीप देशपांडे को गुरुवार की सुबह पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ईडी कार्यालय के बाहर भीड़ जमा होने की आशंका को देखते हुए एजेंसी कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया क्योंकि मध्य मुंबई के दादर क्षेत्र को मनसे का गढ़ कहा जाता है। मुंबई पुलिस ने बुधवार को एहतियातन कदम के तौर पर सीआरपीसी की धारा 149 के तहत मनसे के पदाधिकारियों और कई पार्टी कार्यकर्ताओं को नोटिस दिए। धारा 149 संज्ञेय अपराधों की रोकथाम से संबंधित है।
Mumbai: Maharashtra Navnirman Sena (MNS) Chief Raj Thackeray arrives at office of the Enforcement Directorate, to appear before it, in connection with a case pertaining to alleged irregularities related to Infrastructure Leasing and Financial Services (IL&FS)loan to Kohinoor CTNL pic.twitter.com/VfgINaQwLD
— ANI (@ANI) August 22, 2019
वहीं आपको बता दें कि राज ठाकरे को मिले ईडी के समन पर उनके चचेरे भाई और शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक दिलचस्प प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हें किसी ‘‘ठोस परिणाम’’ की उम्मीद नहीं है। ईडी ने राज ठाकरे को कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी में आईएलएंडएफएस द्वारा 450 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण और इक्विटी निवेश से संबंधित कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में तलब किया है।