मिथुन चक्रवर्ती से जन्मदिन पर कोलकाता पुलिस ने की पूछताछ, फिल्मी डायलॉग बोलना पड़ा भारी! जानें क्या है विवाद
By विनीत कुमार | Published: June 16, 2021 12:23 PM2021-06-16T12:23:40+5:302021-06-16T12:33:42+5:30
बॉलीवु़ड अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती का आज जन्मदिन है। हालांकि, उनके लिए ये दिन अच्छा साबित नहीं हुआ। कोलकाता पुलिस ने उनके चुनावी भाषण पर विवाद को लेकर आज उनसे पूछताछ की।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान उनके एक भाषण को लेकर विवाद पर कोलकाता पुलिस ने बुधवार को उनसे पूछताछ की। मिथुन चक्रवर्ती का आज जन्मदिन भी है। मिथुन चक्रवर्ती चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे।
मिली जानकारी के अनुसार उनके चुनाव में भाषण को लेकर कोलकाता पुलिस ने वर्चुअल पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। बंगाल में अप्रैल-मई में हुए चुनाव में 71 वर्षीय मिथुन भाजपा के स्टार प्रचारक भी रहे थे।
बताया जाता है कि भाजपा में मिथुन के शामिल होने के बाद 7 मार्च को दिए गए भाषण को लेकर पुलिस ने उनसे पूछताछ की है। इस भाषण को लेकर एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। आरोप लगाया गया है कि इस भाषण ने 2 मई को नतीजों के बाद बंगाल में हिंसा भड़काने में भूमिक निभाई।
मिथुन एफआईआर दर्ज होने के बाद इसे रद्द कराने के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट भी गए थे। उन्होंने हाई कोर्ट से कहा था कि उन्होंने केवल अपनी फिल्मों के संवाद बोले थे। कोर्ट ने हालांकि तब पुलिस को एक्टर से वर्चुअली पूछताछ करने का निर्देश दिया था।
मिथुन ने अपने भाषण में क्या कहा था?
मिथुन चक्रवर्ती ने अपने भाषण में अपनी ही फिल्मों के कुछ मशहूर डायलॉग्स बोले थे। इसमें 2006 की फिल्म 'एमएलए: फटाकेस्टो' शामिल है। मिथुन ने इस फिल्म का डायलॉग दोहराते हुए अपने भाषण में कहा था- मारबो एखने....लाश पोरबे शोशाने (मारूंगा यहां लाश गिरेगी शमशान में)।
साथ ही उन्होंने कुछ और डायलॉग भी बोले। उन्होंने कहा था- मैं जोलधरा सांप भी नहीं हूं, मैं कोबरा हूं, एक दंश में तुम तस्वीर बन जाओगे।
इन्ही बयानों को लेकर कोलकाता के मानिकतला थाने में मामला दर्ज कराया गया था। बता दें कि बंगाल के चुनावी नतीजों के बाद राज्य में हिंसा देखने को मिली थी। इसमें टीएमसी और भाजपा के कार्यकर्ता शामिल थे। पिछले महीने मख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि इस हिंसा में कम से कम 16 लोग मारे गए थे।