बिहार में ऐसे 5 उम्मीदवार जो अपने परिवार के राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कर रहे हैं जद्दोजहद!
By एस पी सिन्हा | Published: May 11, 2019 05:46 PM2019-05-11T17:46:39+5:302019-05-11T17:48:21+5:30
सूबे में पारिवारिक विरासत को बचाने की जद्दोजहद कर रहे लोगों में पहला नाम है मीसा भारती का है, जो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी हैं और पाटलिपुत्र संसदीय सीट से चुनाव मैदान में हैं. उनके सामने भाजपा के सांसद रामकृपाल यादव हैं.
बिहार में लोकसभा चुनाव में कुछ उम्मीदवार अपने परिवार के राजनीतिक विरासत को आगे बढाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. इनमें किसी बड़े नेता के बेटे या भाई या फिर पत्नी भी मैदान में हैं. अगर ये जीतने में सफल होते हैं तो अपने परिवार या विरासत की राजनीति को आगे बढ़ा पायेंगे.
सूबे में पारिवारिक विरासत को बचाने की जद्दोजहद कर रहे लोगों में पहला नाम है मीसा भारती का है, जो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी हैं और पाटलिपुत्र संसदीय सीट से चुनाव मैदान में हैं.
उनके सामने भाजपा के सांसद रामकृपाल यादव हैं. वहीं, महाराजगंज में राजद के दबंग नेता और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की विरासत बचाने उनके पुत्र रणधीर सिंह मैदान में हैं.
इनके पिता प्रभुनाथ सिंह भी इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उसी तरह वाल्मिकी नगर बिहार पूर्व मुख्यमंत्री केदार पांडेय की विरासत बचाने के लिए उनके पौत्र शाश्वत केदार अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं.
जबकि महागठबंधन की ओर से सासाराम में कांग्रेस की उम्मीदवार मीरा कुमार हैं. पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के पिता स्वर्गीय जगजीवन राम कांग्रेस के कद्दावर नेता थे और वे मंत्री भी रह चुके हैं.
मीरा कुमार अपने पिता की विरासत बचाने के लिए चुनावी मैदान में हैं. उन्हें राजग की ओर से भाजपा के उम्मीदवार छेदी पासवान चुनौती दे रहे हैं.
वहीं, पूर्वी चंपारण से रालोसपा के टिकट पर अपने पिता और कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह की विरासत बचाने के लिए तो सीवान से बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की पत्नी अपने पति की विरासत बचाने चुनावी मैदान में हैं.
इस तरह से बिहार के इस छठे और अंतिम चरण मतदान में इन लोगों के भाग्य का फैसला जनता कर देगी और उसका परिणाम भी 23 मई को आ जायेगा.