Milkipur Bypoll: 1 सीट और 6 दावेदार?, कौन मारेगा बाजी, मिल्कीपुर सीट के लिए भाजपा में उठापटक तेज!, बीजेपी और सपा में मुकाबला, रेस से बाहर बसपा-कांग्रेस
By राजेंद्र कुमार | Published: January 11, 2025 06:03 PM2025-01-11T18:03:52+5:302025-01-11T18:05:20+5:30
Milkipur Bypoll: मिल्कीपुर सीट पर चुनाव लड़ने वाली उम्मीदवारों में पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ का नाम सबसे आगे है.
Milkipur Bypoll: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उठापटक तेज हो गई है. इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ सहित छह भाजपा नेता और एक नौकरशाह टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. जो नौकरशाह मिल्कीपुर सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, उनका नाम सुरेन्द्र रावत है. वर्तमान में सुरेन्द्र रावत उप परिवहन आयुक्त पर तैनात है और उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस का आवेदन दाखिल किया है.
फिलहाल चुनाव लड़ने के सभी दावे भाजपा के सीनियर नेताओं से टिकट पाने की पैरवी करवा रहे हैं. बताया जा रहा है कि मकर संक्रांति के बाद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार के नाम का ऐलान करेंगा ताकि 17 जनवरी के पहले पार्टी उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सके. मिल्कीपुर सीट के लिए 17 जनवरी को नामांकन की अंतिम तिथि है.
18 को नामांकन पत्रों की जांच होगी व 20 जनवरी को नाम वापसी की अंतिम तिथि है. गत शुक्रवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है.अभी तक किसी ने इस सीट पर नामांकन नहीं किया है. मिल्कीपुर (सुरक्षित) सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के कारण यहां उपचुनाव हो रहा है. समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस सीट पर अवधेश प्रताप सिंह के पुत्र अजीत प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) इस सीट पर उम्मीदवार खड़ा नहीं कर रही है.
कांग्रेस ने सपा उम्मीदवार का समर्थन करने का ऐलान किया हुआ है. ऐसे में इस सीट पर अब सपा और भाजपा के उम्मीदवार के बीच ही चुनावी मुक़ाबला होना है. अब भाजपा इस सीट पर किसे चुनाव मैदान में उतरेगी? इसी पर सबकी नजर लगी हुई है, लेकिन भाजपा नेताओं ने अभी तक अपने पत्ते खोले नहीं हैं. जिसके चलते तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
भाजपा के यह नेता टिकट पाने के इच्छुक
भाजपा नेताओं के अनुसार, मिल्कीपुर सीट पर चुनाव लड़ने वाली उम्मीदवारों में पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ का नाम सबसे आगे है. वर्ष 2017 में गोरखनाथ इस सीट से विधायक थे. वर्ष 2022 के चुनाव में वह सपा के अवधेश प्रसाद से 13,338 मतों के अंतर से हार गए थे. बताया जा रहा है कि सीएम योगी भी दबे स्वर में उनकी पैरवी कर रहे हैं. '
पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी भी इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए दावा कर रहे हैं. वह वर्ष 1991 में सोहावल से विधायक रहे हैं. वर्ष 2012 में भाजपा ने उन्हे मिल्कीपुर से चुनाव लड़ाया था, लेकिन हार गए थे. इसी तरह पूर्व ब्लाक प्रमुख विनय कुमार रावत और अनुसूचित जाति मोर्चा के कोषाध्यक्ष चंद्रकेश रावत तथा चन्द्रभानु पासवान का नाम भी चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं में लिया जा रहा है.
इस सभी नेताओं ने टिकट पाने के लिए केंद्रीय नेताओं के दरबार में भी अपनी मंशा को बताया है. इसके अलावा प्रदेश के उप परिवहन आयुक्त सुरेन्द्र रावत ने भी चुनाव लड़ने के लिए पहल करते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन कर दिया है.
पार्टी नेताओं का कहना है कि पार्टी मिल्कीपुर में गैर विवादित नए चेहरे को उतारने के पक्षधर हैं. जिसके चलते सुरेंद्र सिंह रावत को गंभीर दावेदार माना जा रहा है. अब देखना यह है कि सीएम योगी जिस नेता को इस सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं, उस पर केंद्रीय नेतृत्व अपनी राजामंदी जताता है या नहीं.