कोरोना संकट के बीच मनरेगा में 4.69 करोड़ ने मांगा काम, 4.64 करोड़ को आवंटन लेकिन पहुंचे 2.52 करोड़ लोग
By नितिन अग्रवाल | Published: May 26, 2020 06:45 AM2020-05-26T06:45:45+5:302020-05-26T06:46:12+5:30
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि आंध्रप्रदेश के सबसे अधिक 71.26 लाख लोगों ने काम के लिए आवेदन किया. इनमें से 70.82 लाख को काम भी आवंटित किया गया, लेकिन केवल 45.38 लाख (64.07%) लोग ने ही काम किया. ऐसे ही महाराष्ट्र में 51.99% काम पर पहुंचे।
कोरोना लॉकडाउन में गांव की ओर पलायन कर रहे प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के लिए मनरेगा को अहम साधन माना जा रहा है. लॉकडाउन के दौरान केवल अप्रैल और मई में 4.70 करोड़ लोगों ने योजना के तहत काम मांगा, लेकिन आवंटन के बावजूद केवल 54 प्रतिशत लोगों ने ही काम किया.
मनरेगा के ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के दौरान देशभर में लगभग 4.70 करोड़ लोग योजना के तहत काम के लिए आवेदन कर चुके हैं. इनमें से लगभग 4.65 करोड़ (98.92%) लोगों को काम आवंटित किया गया, लेकिन केवल 2.53 करोड़ (54.39%) लोगों ने ही काम किया.
आंध्र, उप्र में सबसे अधिक ने मांगा काम 25 मई को उपलब्ध ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार मनरेगा के तहत आंध्रप्रदेश के सबसे अधिक 71.26 लाख लोगों ने काम के लिए आवेदन किया. इनमें से 70.82 लाख को काम आवंटित किया गया, लेकिन इनमें से केवल 45.38 लाख (64.07%) लोग ने ही काम किया. इसी तरह उप्र के 59.13 लोगों ने काम के लिए आवेदन किया. इनमें से 58.81 को काम दिया गया, लेकिन काम केवल 28.91 लाख (49.15%) लोगों ने किया.
राजस्थान, छत्तीसगढ़ की स्थिति मनरेगा के तहत काम मांगने वालों में 53.94 लाख से अधिक लोग राजस्थान के थे. इनमें से 53.73 लाख (99.6%) को काम दिया गया. इसमें केवल 19.12 (35.6%) ने ही काम किया. छत्तीसगढ़ में कुल 50.99 लाख लोगों ने योजना के तहत काम करने के लिए आवेदन किया, जिनमें से 50.93 (99.88%) को काम दिया गया, लेकिन काम करने वालों की संख्या 35.12 लाख (68.95%) थी.
महाराष्ट्र में 51.99% काम पर पहुंचे: 1 अप्रैल को शुरू हुए वित्त वर्ष के दौरान योजना के तहत काम मांगने वालों में महाराष्ट्र में 14.79 लोग थे. इनमें से 14.71 लाख (99.43%) लोगों को काम दिया गया लेकिन केवल 76.49 लाख (51.99%) लोगों ने ही काम किया. मिजोरम में 99.37% और गोवा में 90.94% ने किया काम ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिवर्ष 100 दिन के रोजगार की गारंटी वाली इस योजना के तहत मिजोरम में जिन लोगों को काम आवंटित किया गया उनमें से 99.37 प्रतिशत काम पर पहुंचे. हालांकि यहां काम मांगने वालों 1.99 लाख लोगों ने काम मांगा, जिसमें से 1.98% लोगों को काम आवंटित भी किया गया था.
मिजोरम के बाद गोवा में 90.94 प्रतिशत लोगों ने काम किया. हालांकि यहां काम मांगने वालों की संख्या 862 और करने वालों की संख्या 673 थी. इस लिहाज से अरु णाचल प्रदेश के लोग तीसरे स्थान पर रहे. यहां 78,799 लोगों ने काम मांगा, जिसमें से 52,077 को काम आवंटित किया गया और 45,166 लोगों (86.72%) ने काम किया.
इन राज्यों में सबसे ज्यादा लोगों ने मांगा काम
राज्य | काम मांगने वाले | काम आवंटन (%) | काम किया (%) |
आंध्र प्रेदश | 7126175 | 7082815 (99.39) | 4538179 (64.07) |
उत्तर प्रदेश | 5912934 | 5881262 (99.46) | 2891173 (49.15) |
राजस्थान | 5394516 | 5373166 (99.60) | 1912623 (35.59) |
छत्तीसगढ़ | 5099638 | 5093577 (99.88) | 3512443 (68.95) |
मध्य प्रदेश | 3964278 | 3935016 (99.26) | 2333941 (59.31) |
महाराष्ट्र | 1479414 | 1471049 (99.43) | 764918 (51.99) |
अखिल भारतीय | 46968830 | 46464845 (99.46) | 25273077(54.39) |