महबूबा मुफ्ती ने ईद की बधाई देते हुए कहा, 'बुलडोजर समुदाय विशेष के खिलाफ राज्य सरकार के आतंक का प्रतीक बन गया है'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 2, 2022 07:22 PM2022-05-02T19:22:57+5:302022-05-02T19:27:49+5:30
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की मुखिया और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने देश ईद-उल-फितर की बधाई देते हुए कहा कि बुलडोजर एक समुदाय विशेष के खिलाफ राज्य सरकार के आतंक का प्रतीक बन गया है।
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की मुखिया और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने देश को ईद-उल-फितर की बधाई देते हुए मुसलमानों पर हो रहे कथित देशव्यापी हमले के लिए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार चला चुकी महबूबा मुफ्ती ने बीते रविवार कहा कि "रमजान के इस पाक महीने में मुसलमानों ने देशभर में भाजपा नेतृत्व वाली राज्य सरकारों में जिस सांप्रदायिक हमलों का सामना किया है, उसके लिए मैं सभी मुसलमानों को तहे दिल से सलाम करती हूं।"
इसके साथ ही महबूबा ने शासन द्वारा किये जा रहे बुलडोर प्रयोग पर भी कड़ा हमला किया और कहा कि बुलडोजर एक समुदाय विशेष के खिलाफ राज्य सरकार के आतंक का प्रतीक बन गया है। सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी के जरिये फैलाया जा रहा नफरत का रोडमैप भाजपा का हिंदू का प्रतीक बन गया है।"
उन्होंने केंद्र पर कश्मीर घाटी में लोगों की कथित हत्याओं और बंदूकों के साये में बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाते हुए कहा, "घाटी में लोगों ने अपने स्वाभिमान से समझौता किए बिना मौन सहमति और पूरी गरिमा के साथ देश के अभिन्न हिस्से के रूप में अपने अस्तित्व को समाहित करते हुए क्रूर हमलों का सामना कर रहे हैं।"
लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने आगे कहा, "जम्मू-कश्मीर की आवाम लोकतांत्रिक तरीकों से अपने संघर्ष को जिंदा रखेगी। इस ईद पर हम उस सभी युवा और बूढ़े कैदियों को याद करते हैं जो बिना किसी आरोप के कश्मीर में और देश की अन्य जेलों में बंद हैं।
पीडीपी प्रमुख ने कहा, "हम ईद के मौके पर उन परिवारों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने अपनों कथित मुठभेड़ों में खो दिया। हम उन परिवारों के लिए केवल न्याय की मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम इस दुख में उनके साथ खड़े हैं।"
इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती ने कहा, "हम जम्मू-कश्मीर सहित देशभर के उन जवानों के प्रति भी दुख प्रगट करते हैं, जो राजनीतिक विफलताओं के कारण हमारी रक्षा करते हुए मारे जा रहे हैं। जो मसला बात से हल हो सकता है, उसके लिए संगीनों का सहारा लेना अच्छी बात नहीं है लेकिन इस मामले में दिल्ली पूरी तरह से फेल हो गई है।"