मेरठ: दलितों ने किया आंबेडकर प्रतिमा का शुद्दिकरण', पिछले हफ्ते RSS नेता ने पहनाई थी माला
By स्वाति सिंह | Published: August 11, 2018 04:36 PM2018-08-11T16:36:20+5:302018-08-11T16:36:20+5:30
बीते दिनों राज्यसभा सांसद और आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने यहां पर डॉ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया था।
मेरठ, 11 अगस्त: मेरठ के जिला अदालत इलाके में शनिवार को दलित समाज के वकीलों के समूह ने डॉ भीमराव अंबेडकर मूर्ति का शुद्धिकरण किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बीते दिनों राज्यसभा सांसद और आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने यहां पर डॉ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया था। शुद्धिकरण कर रहे वकीलों के समूह का कहना है कि बीजेपी ने अंबेडकर के लिए कुछ नहीं किया है। वह केवल दलितों को लुभाने के लिए उनके नाम का फायदा उठाते हैं।
Meerut: A group of Dalit lawyers 'purified' statue of Dr BR Ambedkar near Dist Court y'day, say "RSS' Rakesh Sinha came&garlanded the statue.BJP govt oppresses Dalits.They've nothing to do with Ambedkar but do this to promote BJP&allure Dalits. So we purified this with Gangajal." pic.twitter.com/cs8tnzZ3XE
— ANI UP (@ANINewsUP) August 11, 2018
बता दें कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर होने वाली राजनीति पहली बार नहीं। बीते महीने उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर सस्दिया क्षेत्र के टांडा विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक संजू देवी ने पहले आंबेडकर की प्रतिमा को दूध से नहलाया था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि आंबेडकर की प्रतिमा को पवित्र किया जा सके। इसके उन्होंने बकायदा प्रतिमा को भगवा कपड़े पहनाए। इसफिर जून 1 को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक विधायक ने आंबेडकर की मूर्ति को भगवा रंग देखकर बखेड़ा कर दिया।
आंबेडकर की वह प्रतिमा थिरुआ के पास की थी। यहां पहले तो विधायक संजू और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा को मंत्रोचार के साथ दूध से नहलाकर दुग्धाभिषेक किया, इसके बाद चंदन का टीका लगा कर भगवा कपड़े पहनाया। इसके बाद इसे लेकर बीएसपी के पूर्व सांसद त्रिभुवन दत्त ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि बीजेपी के लोग आंबेडकर के सिद्धांतों पर नहीं चलते हैं और ये सब केवल दिखावे के लिए कर रहे हैं। वहीं, विधायक संजू देवी ने बताया था कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई अभियान चलाया गया था, जिसके बाद डॉ आंबेडकर की मूर्ति को साफ करके दुग्धाभिषेक किया गया। इसे रंग के आधार पर राजनीति से न जोड़ा जाए। भगवा किसी विशेष धर्म या पार्टी का रंग नहीं है। यह एक सामान्य रंग है।
उधर, बदायूं जिले में 8 अप्रैल को कुछ लोगों व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एक भगवा प्रतिमा का अनावरण किया गया था। आंबेडकर की मूर्ति का रंग बदलकर नीला से भगवा कर दिया गया था। दरअसल, दुगरैया गांव में बाबा साहेब की प्रतिमा को कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया था, जिसके बाद बिगड़ते माहौल को देखते हुए प्रशासन ने नई मूर्ति मंगवाकर स्थापित की थी।
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