अनिश्चितकालीन ‘‘सत्याग्रह’’ आंदोलन पर बैठी मेधा पाटकर की तबीयत बिगड़ी
By भाषा | Published: September 2, 2019 06:48 AM2019-09-02T06:48:55+5:302019-09-02T06:48:55+5:30
मेधा ने 25 अगस्त को बड़वानी से लगभग 25 किलोमीटर दूर छोटा बड़दा गांव में पांच महिलाओं के साथ अनिश्चितकालीन ‘‘सत्याग्रह’’ आंदोलन शुरू किया है। यह गांव सरदार सरोवर बांध के बैकवाटर के जलमग्न क्षेत्र में पड़ता है।
गुजरात में निर्मित सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों के उचित पुनर्वास और बांध के गेट खोलने की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के छोटा बड़दा गांव में पिछले आठ दिनों से अनिश्चितकालीन ‘‘सत्याग्रह’’ आंदोलन कर रही नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर की तबीयत रविवार को बिगड़ गई।
सत्याग्रह वाली जगह जलमग्न
इसके अलावा, जहां पर वह सत्याग्रह कर रहीं हैं, वह जगह भी जलमग्न हो गई है, जिसके चलते जिला प्रशासन उनसे आंदोलन खत्म करने के लिए कहा रहा है। छोटा बड़दा गांव के प्रदर्शनकारियों रोहित एवं हर्षित ने बताया कि मेधा की तबीयत बिगड़ गई है।
मेडिकल जांच करवाने से बार-बार इनकार
हालांकि, बड़वानी जिले के कलेक्टर अमित तोमर ने ‘भाषा’ को फोन पर बताया, ‘‘मैं उनकी तबीयत के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता सकता, क्योंकि वह प्रशासन के लगातार प्रयास के बाद भी डॉक्टरों एवं मेडिकल दल को अपने मेडिकल जांच कराने की अनुमति नहीं दे रहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं रोज उनकी मेडिकल जांच के लिए अधिकारियों को भेज रहा हूं, लेकिन वह अपनी मेडिकल जांच करवाने से बार-बार इनकार कर रहीं हैं।’’
पांच महिलाओं के साथ अनिश्चितकालीन ‘‘सत्याग्रह’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या जहां पर मेधा ‘‘सत्याग्रह’’ आंदोलन पर बैठीं हैं, वहां पर जलभराव हो गया है, तो इस पर तोमर ने बताया कि सरदार सरोवर बांध में नर्मदा नदी का पानी आने से पूरे इलाके में ही जलभराव है। मेधा ने 25 अगस्त को बड़वानी से लगभग 25 किलोमीटर दूर छोटा बड़दा गांव में पांच महिलाओं के साथ अनिश्चितकालीन ‘‘सत्याग्रह’’ आंदोलन शुरू किया है।
सरदार सरोवर बांध में भरा 134 मीटर पानी
यह गांव सरदार सरोवर बांध के बैकवाटर के जलमग्न क्षेत्र में पड़ता है। मालूम हो कि सरदार सरोवर बांध में लगभग 134 मीटर पानी भरने से इसके बैक वाटर से मध्यप्रदेश के बडवानी, झाबुआ, धार, अलीराजपर और खरगोन जिलों तक के गांवों में दिक्कत पैदा हो रही है। इस बांध में पानी भरने का अधिकतम स्तर 138 मीटर तय किया गया है।