दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा ने उतारे बड़े मंत्री और नेता, उठा रहे हैं राष्ट्रीय मुद्दे
By शरद गुप्ता | Published: November 25, 2022 09:24 PM2022-11-25T21:24:16+5:302022-11-25T21:27:20+5:30
पिछले 15 वर्षों से दिल्ली नगर निगम पर काबिज भाजपा ने अपनी गद्दी बचाए रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को उतार दिया है।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव प्रचार में लगभग सभी बड़े नेताओं को झोंक दिया है। आम आदमी पार्टी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का सहारा है। लेकिन आप जमीन से जुड़े ऐसे मुद्दे उठा रही है जिनका भाजपा नेताओं के पास तोड़ नहीं है।
दिल्ली में बने कचरे के तीन-तीन पहाड़ों से आसपास के लोग परेशान हैं। हर मोहल्ले में बने कूड़ादानों के बाहर सड़कों पर फैले कचरे को कई-कई हफतों नहीं उठाया जाता है। लुटियन दिल्ली सहित कई जगहों पर बंदरों का आतंक है। सड़कों पर आवारा भटकती गाएं ट्रैफिक के लिए बड़ा खतरा है। पार्किंग की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। नाले बजबजा रहे हैं। कॉलोनियों की सड़कें और गलियां कब से नहीं बनी।
आम आदमी पार्टी अपने चुनाव प्रचार में ऐसे ही मुद्दों को उठा रही है जिनसे आम दिल्लीवासी का प्रतिदिन आमना-सामना होता है। वह केवल समस्याएं ही नहीं बता रही बल्कि अगले 5 वर्षों के दौरान इनका समाधान भी करने का वादा कर रही है। बंदरों को पकड़कर जंगलों में भेजना, आवारा गायों के लिए गौशाला बनाना, घोड़े का उचित निस्तारण और सड़कों गलियों की सफाई और निर्माण उसके एजेंडे में सबसे ऊपर है।
दूसरी ओर पिछले 15 वर्षों से दिल्ली नगर निगम पर काबिज भाजपा ने अपनी गद्दी बचाए रखने के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को उतार दिया है।
धरातल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, जल परिवहन और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, विज्ञान और तकनीकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह पार्टी का प्रचार कर रहे हैं।
इनके अलावा केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह, युवा और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के तेलंगाना पार्टी अध्यक्ष के अन्नामलाई भी प्रचार कर रहे हैं।
ये हैं भाजपा के मुद्दे
चूंकि इन नेताओं को दिल्ली की स्थानीय समस्याओं की जानकारी नहीं है इसलिए वे अपने-अपने प्रांत, धर्म और जाति के लोगों से संपर्क कर भाजपा को वोट करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसीलिए भाजपा नेताओं के प्रचार में राम जन्मभूमि मंदिर यमुना सफाई अनुच्छेद 370 हटाया जाना जैसे मुद्दे छाए हैं। स्थानीय मुद्दों के नाम पर उनके भाषणों में जेल में बंद दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन का वीडियो ही एकमात्र विषय है।
कांग्रेस बहुत पीछे
प्रचार खत्म होने में बमुश्किल एक सप्ताह बचा है इसीलिए सभी पार्टियां 250 वार्डों वाले नगर निगम का चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं। कांग्रेस के अधिकतर वरिष्ठ नेता भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त होने की वजह से पार्टी को स्थानीय नेताओं से काम चलाना पड़ रहा है।