कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मायावती ने विधायकों से की 1 करोड़ देने की अपील, तो सीएम योगी ने कहा- धन्यवाद
By अनुराग आनंद | Published: April 4, 2020 01:51 PM2020-04-04T13:51:46+5:302020-04-04T14:04:48+5:30
बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों से कोरोना वायरस से बचाव व जरूरतमंदों की मदद के लिए विधायक निधि से एक-एक करोड़ रुपये देने की अपील की है।
लखनऊ: देश भर में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। ऐसे में इस महामारी से लड़ने के लिए सिर्फ लॉकडाउन पर्याप्त नहीं है। इस बीमारी से लड़ने के लिए सरकारी स्तर पर लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों के लिए खाना-पीने के अलावा अस्पतालों में इलाज के लिए बेहतर सुविधाओं की भी जरूरत है।
ऐसे समय में बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों से कोरोना वायरस से बचाव व जरूरतमंदों की मदद के लिए विधायक निधि से एक-एक करोड़ रुपये देने की अपील की है। जिसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मायावती को फोन करके इस मदद के लिए धन्यवाद कहा है।
मायावती ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, 'देशभर में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के मद्देनजर खासकर यूपी के बीएसपी विधायकों से भी अपील है कि वे भी पार्टी के सभी सांसदों की तरह अपनी विधायक निधि से कम से कम 1-1 करोड़ रुपये अति जरूरतमंदों की मदद के लिए जरूर दें। बीएसपी के अन्य लोग भी अपने पड़ोसियों का जरूर मानवीय ध्यान रखें।'
सरकार के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने मायावती को धन्यवाद दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरा देश इस महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है और राजनीतिक पूर्वाग्रह से ऊपर उठकर देश की इस लड़ाई में सहभागी बनने वाले सभी महानुभावों, सुधिजनों एवं संगठनों का यह दायित्व बनता है कि वे भी इस लड़ाई में सहभागी बनें।
बता दें कि कोरोना संकट से निबटने के लिए यूपी में कोविड केयर फंड की स्थापना की गई है। आमजन के सहयोग से प्रदेश को हर तरह-तरह की आपदा से लड़ने के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए ये फंड बनाया गया है।
यही नहीं इस फंड में पहला योगदान प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शुक्रवार को 5 कालिदास मार्ग पर मौजूद मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 76 करोड़, 14 लाख, 55 हजार 537 रुपए का चेक प्रदान करके किया है।
सतीश द्विवेदी बताते हैं कि कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी संसाधन का इंतजाम करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के हर कर्मचारी ने अपने एक दिन का वेतन अंशदान के रूप में कोविड केयर फंड के लिए दिया है।