कश्मीर में अल्पसंख्यकों के कत्ल-ए-आम का टारगेट लेकर घुसे हैं कई पाक आतंकी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 17, 2022 03:48 PM2022-05-17T15:48:27+5:302022-05-17T15:53:42+5:30
कश्मीर में अल्पसंख्यकों की बढ़ती हत्याओं के बीच सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी है कि घाटी में करीब 20 से 25 की संख्या में नये आतंकी सीमा पर करके आये हैं, जिन्हें पूरे प्रदेश खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में अल्पसंख्यकों को टारगेट करने का लक्ष्य दिया गया है।
जम्मू: कश्मीर में अल्पसंख्यकों की बढ़ती हत्याओं के बारे में चिंतित सुरक्षाधिकारियों ने अब इस बात को माना है कि घाटी में हो रहे अल्पसंख्यकों के कत्ल के पीछे वो आतंकी हैं, जो घाटी ने नई घुसपैठ के दौरान सीमा पार से आये हैं।
जानकारी बताती है कि इन्हें राजौरी और पुंछ के रास्तों इन आतंकियों को पाकिस्तान से भेजा गया है और इनकी संख्या करीब 20 से 25 बताई जाती है। जिन्हें पूरे प्रदेश खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में अल्पसंख्यकों को टारगेट करने का लक्ष्य दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि यही कारण है कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्याओं के बाद दिल्ली से भी एक विशेष टीम कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर आतंकियों का पता लगाने के लिए डेरा जमाए बैठी है।
इसके अलावा श्रीनगर में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां भी इन हत्याओं की जांच कर रही है जो जम्मू कश्मीर पुलिस का सहयोग कर रही हैं। इसके साथ ही इन एजेंसियों ने अपने सूत्रों को भी लगा रखा है जो विभिन्न इलाकों से सूचनाओं को एकत्रित कर इन तक पहुंचा रहे हैं।
अधिकारी तो यहां तक दावा करने लगे हैं कि कश्मीर में नागरिकों विशेषकर गैर मुस्लिमों की हत्याओं के मास्टर माइंड का पता चल गया है। इन हत्याओं के पीछे बीस दिन पहले पाकिस्तान से घुसपैठ कर कश्मीर में आया पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं जिसने स्थानीय आतंकियों से इन हत्याओं को अंजाम दिलवाया है।
आतंकियों के कई सहयोगी ओवर ग्राउंड वर्कर्स को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और उनसे भी कुछ सुरक्षा एजेंसियों को आतंकियों बारे जानकारी हासिल करने में मिली है।
इस मामले में सुरक्षाबलों को 13 मई को बांडीपोरा में हुई मुठभेड़ में बड़ी कामयाबी भी मिली है जहां मुठभेड़ में उन्होंने उन तीन आतंकियों को मार गिराया जो राहुल भट की हत्या के लिए जिम्मेदार थे। इनमें दो पाकिस्तानी नागरिक थे और एक स्थानीय आतंकी था।