कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्याओं का टारगेट लेकर घुसे हैं कई पाकिस्तानी आतंकी
By दीप्ती कुमारी | Published: October 13, 2021 05:18 PM2021-10-13T17:18:15+5:302021-10-13T17:23:09+5:30
कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्याओं के पीछे नए घुसपैठ करने वाले आतंकी हैं जो हाल ही में पाकिस्तान द्वारा इस ओर धकेले गए हैं।
सुरक्षाधिकारियों ने अब इसे माना है कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्याओं के पीछे नए घुसपैठ करने वाले आतंकी हैं जो हाल ही में पाकिस्तान द्वारा इस ओर धकेले गए हैं। जानकारी बताती है कि इन्हें राजौरी व पुंछ के बरास्ता इस ओर धकेला गया था और इनकी संख्या 20 से 25 बताई जाती है जिन्हें पूरे प्रदेश खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में अल्पसंख्यकों को टारगेट करने का लक्ष्य दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि यही कारण है कि कश्मीर में अल्पसंख्यकों की हत्याओं के बाद दिल्ली से भी एक विशेष टीम कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर आतंकियों का पता लगाने के लिए डेरा जमाए बैठी है। इसके अलावा श्रीनगर में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां भी इन हत्याओं की जांच कर रही है जो जम्मू कश्मीर पुलिस का सहयोग कर रही हैं। इनके अलावा इन एजेंसियों ने अपने सूत्रों को भी लगा रखा है जो विभिन्न इलाकों से सूचनाओं को एकत्रित कर इन तक पहुंचा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि श्रीनगर में भी हुई एक हत्या में भागते हुए आतंकी सीसीटीवी में दिखे हैं।
अधिकारी तो यहां तक दावा करने लगे हैं कि कश्मीर में नागरिकों विशेषकर गैर मुस्लिमों की हत्याओं के मास्टर माइंड का पता चल गया है। इन हत्याओं के पीछे बीस दिन पहले पाकिस्तान से घुसपैठ कर कश्मीर में आया पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं जिसने स्थानीय आतंकियों से इन हत्याओं को अंजाम दिलवाया है। उधर जांच में लगी जम्मू कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी बड़ी कामयाबी मिली है। इन हत्याओं में शामिल छह आतंकियों की पहचान कर ली गई है जो श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के रहने वाले हैं। इन आतंकियों की पहचान घटनास्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर संभव हो सकी है जिनमें यह आतंकी वारदात के बाद भागते हुए नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा आतंकियों के कई सहयोगी ओवर ग्राउंड वर्कर्स को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और उनसे भी कुछ सुरक्षा एजेंसियों को आतंकियों बारे जानकारी हासिल करने में मिली है। इस मामले में सुरक्षाबलों को शोपियां में हुई मुठभेड़ में बड़ी कामयाबी भी मिली है जहां मुठभेड़ में एक आतंकी मुख्तार शाह निवासी गांदरबल मारा गया था। मुख्तार शाह श्रीनगर में गोल गप्पे बेचने वाले बिहार निवासी विरेंद्र पासवान की हत्या में शामिल था। विरेंद्र पासवास की कुछ दिन पहले श्रीनगर में हत्या कर दी गई थी। उधर एनआइए ने भी श्रीनगर में हुई इन हत्याओं के मामले में सोमवार को कश्मीर में विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर एक हजार से ज्यादा संदिग्धों जिनमें ओवर ग्राउंड वर्कर्स भी शामिल हैं, को हिरासत में लिया है।