मनीष कश्यप केस: खान सर समेत कई कोचिंग संस्थान हैं जांच के दायरे में, यूट्यूबर को आर्थिक मदद पहुंचाने का लगा है आरोप
By आजाद खान | Published: March 20, 2023 12:34 PM2023-03-20T12:34:48+5:302023-03-20T13:37:32+5:30
रिपोर्ट के अनुसार, खान सर और आईएएस एकेडमी सहित एक दर्जन कोचिंग संस्थान जांच के दायरे में हैं। इन कोचिंग संस्थानों पर यूट्यूबर मनीष कश्यप को मदद करने का आरोप लगा है।
पटना: यूट्यूबर मनीष कश्यप के केस में ईओयू को कुछ नई जानकारी मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, इस केस में अब एक दर्जन कोचिंग संस्थान जांच के दायरे में है। ऐसे में इन कोचिंग संस्थानों पर मनीष को आर्थिक मदद पहुंचाने के आरोप लगे है। इन कोचिंग संस्थानों में कुछ बडे़ नाम जैसे खान सर और आईएएस एकेडमी भी शामिल है।
आपको बता दें कि तमिलनाडु विवाद में फेक वीडियो चलाने वाले केस में यूट्यूबर मनीष कश्यप 14 दिन की न्यायिक हिरासक में जेल में है। ऐसे में ईओयू यूट्यूबर मनीष कश्यप से दोबारा पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए ईओयू यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देने वाली है।
क्या है पूरा मामला
भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूट्यूबर मनीष कश्यप केस में कई कोचिंग संस्थान जांच के दायरे में हैं और इस हालत में ईओयू इन कोचिंग संस्थानों से पूछताछ भी कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोप है कि मनीष के सच तक फाउंडेशन के खाते से आईएएस एकेडमी के बीच एक ट्रांजेक्शन हुई है। इस ट्रांजेक्शन में एक लाख रुपए भेजे गए है, ऐसे इन ट्रांजेक्शन को लेकर एकेडमी के डायरेक्टर से पूछताछ हो चुकी है। वहीं रिपोर्ट यह भी है कि ईओयू डायरेक्टर से फिर से पूछताछ कर सकती है।
वहीं रिपोर्ट यह भी है कि ईओयू डायरेक्टर से फिर से पूछताछ कर सकती है। यही नहीं इस मामले में पुलिस खान सर से भी पूछताछ कर सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि कुछ कोचिंग संस्थानों द्वारा मनीष के कहने पर ही यूट्यूबर के कुछ बैनर को पटना में लगाया गया था। ऐसे में इसके लिए ईओयू ने पटना पुलिस और नगर निगम को भी लिखा और इस पर जानकारी मांगी है।
छापेमारी में मिले है कई सबूत
खबर के अनुसार, पुलिस ने रविवार को दादीजी लेन स्थित सच तक ऑफिस में छापा मारा था और वहां से तीन डायरी बरामद किए है। उन डायरियों में लाखों का हिसाब के साथ पुलिस को कुछ टिकट और अन्य कागजात भी मिले है। ऐसे में पुलिस इस संबंध में मनीष से पूछताछ भी कर सकती है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मनीष के सच तक के दफ्तर में पांच लोग काम करते है। ऐसे में इन कर्मचारियों की सैलेरी केवल 10 से 15 हजार ही है। इस हालत में रिपोर्ट में मनीष पर यह आरोप लगे है कि उसने कुछ महिला कर्मी और अन्य कर्मचारियों के खातों से लाखों का ट्रांजेक्शन भी किया है। ऐसे में रविवार को ईओयू की टीम द्वारा सच तक के दो कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई है।