शीला दीक्षित के निधन पर मनोज तिवारी हुए भावुक, कहा- मां जैसी थीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 20, 2019 04:45 PM2019-07-20T16:45:11+5:302019-07-20T17:16:44+5:30
शीला दीक्षित का 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. मनोज तिवारी इस दौरान उनसे अपने संबंधों को लेकर बात करते हुए भावुक हो गयें.
शीला दीक्षित के निधन पर मनोज तिवारी मीडिया से मुखातिब होते हुए भावुक हो गए. उन्होंने शीला दीक्षित को अपनी मां समान बताया.
मनोज तिवारी ने कहा कि मैंने उनके खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन उन्होंने एक बार भी मेरे बारे में गलत बयान नहीं दिया. बता दें कि चुनाव जीतने के बाद मनोज तिवारी ने शीला दीक्षित से मुलाक़ात भी की थी.
मनोज तिवारी ने कहा - उन्होंने हमेशा एक बेटे की तरह मुझे प्यार दिया, चुनाव के समय सभी नेता एक दूसरे के ऊपर कीचड़ उछालते हैं लेकिन शीला जी ने मेरे खिलाफ कुछ नहीं कहा. भले ही वो चुनाव हार गईं लेकिन क्षेत्र के लोगों में उनके प्रति बहुत आदर और प्रेम था.
शीला दीक्षित साल 1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. उनके नेतृत्व में लगातार तीन बार कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनाई.
वह सबसे लंबे समय (15 साल) तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं.कांग्रेस की कद्दावर नेता रहीं शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था.
उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिल दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की.
शीला दीक्षित साल 1984 से 1989 तक उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद रहीं. बतौर सांसद वह लोकसभा की एस्टिमेट्स कमिटी का हिस्सा भी रहीं. शीला दीक्षित को दिल्ली का चेहरा बदलने का श्रेय दिया जाता है.