बिहार के नतीजों को लेकर उमा भारती के बयान पर मनोज झा का पलटवार, कहा-ये टिप्पणी अवांछित
By स्वाति सिंह | Published: November 11, 2020 09:48 PM2020-11-11T21:48:47+5:302020-11-11T21:52:21+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने एक बार फिर सत्ता का सफर तय कर लिया है। एक बार फिर राज्य में नीतीश कुमार की सरकार बनने वाली है।
पटना: बिहार नतीजों को लेकर उमा भारती के बयान पर राजद नेता मनोज झा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, 'मैं उमा भारती से आग्रह करूंगा कि आप बिहार की राजनीति को समझिए, बिहारी को समझिए, लालू जी को, तेजस्वी जी की राजनीति को समझिए। ये अवांछित टिप्पणी है। बिहार के लोगों ने जो वोट दिया, ये बदलाव का जनादेश है। '
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा सांसद उमा भारती ने कहा था कि बिहार बाल-बाल बच गया। तेजस्वी बहुत अच्छा लड़का है। परन्तु तेजस्वी सरकार चला ही नहीं सकते थे। सरकार चलाने का काम लालू को करना था। जैसे मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ का बंटाधार कर दिया वैसे ही स्थिति बिहार में लालू के द्वारा होनी थी
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने एक बार फिर सत्ता का सफर तय कर लिया है। एक बार फिर राज्य में नीतीश कुमार की सरकार बनने वाली है। विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली। इस चुनाव में एआईएमआईएम ने पांच सीटें और लोजपा एवं बसपा ने एक-एक सीट जीती है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जीतने में सफल रहा है। हालांकि जद(यू) की घटी हुई ताकत के बाद भाजपा मंत्रिपदों के बंटवारे में अधिक हिस्सा दिए जाने का दबाव बना सकती है। महागठबंधन को मुस्लिम वोट बंटने का भी नुकसान हुआ। मुस्लिम वोट एआईएमआईएम, बसपा और आरएसएलपी समेत पार्टियों के बीच बंटने का लाभ राजग को मिला। असदुद्दीन आवैसी की एआईएमआईएम ने चुनाव में हैरान करते हुए पांच सीटों पर कब्जा किया और उसकी सहयोगी बसपा ने भी एक सीट पर जीत हासिल की।
तेजस्वी यादव पिछले साल लोकसभा चुनाव में राजद के खाता भी न खोल पाने के बाद इस बार पार्टी को सर्वाधिक सीटें जीतने वाली पार्टी बनाने में कामयाब रहे। मुख्य रूप से दो गठबंधनों के बीच हुए इस मुकाबले में वाम दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। भाकपा माले को 12 और उसके बाद भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटें मिली। निवर्तमान विधानसभा में भाकपा माले की तीन सीटों के अलावा सदन में वाम दलों की कोई मौजूदगी नहीं थी। तेजस्वी यादव और तेज प्रताप ने राघोपुर एवं हसनपुर सीटों पर क्रमश: 38,174 और 21,139 मतों के अंतर से शानदार जीत हासिल की। (भाषा इनपुट के साथ)