मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद उनके ट्विटर हैंडल से आया पहला ट्वीट, भावुक कर देगा संदेश
By पल्लवी कुमारी | Published: March 30, 2019 08:57 PM2019-03-30T20:57:08+5:302019-03-30T23:30:16+5:30
मनोहर पर्रिकर का 17 मार्च 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। पिछले एक सालों से मनोहर पर्रिकर बीमार चल रहे थे। कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिग्गज नेता और गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के देहांत के बाद उनके अधिकारिक ट्विटर हैंडल से पहला ट्वीट किया गया है। ये ट्वीट पर्रिकर के परिवार की ओर से किया गया था। इस ट्वीट के शीर्ष पर- Thank You लिखा हुआ है। मनोहर पर्रिकर (63) का लंबे समय तक आग्नेयाशय संबंधी कैंसर के कारण 17 मार्च को निधन हो गया था।
ये पत्र मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और अभिजात पर्रिकर की ओर से है। पत्र में दोनों बेटों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस, पार्टी कार्यकर्ताओं और गोवा की जनता को धन्यवाद दिया है। इसके साथ राजनाथ सिंह गोव की सरकार और अन्य पार्टियों को भी धन्यवाद दिया है। उत्पल पेशे से इंजिनियर हैं और अभिजात बिजनेस करते हैं।
ट्वीट के शुरुआत में लिखा हुआ है, ''12 दिन हो गए बाबा के गुजरे हुए हो गए हैं। लोगों से मिले प्यार और स्नेह का हम सम्मान करते हैं। आप लोगों ने जो भी किया है उसके लिए धन्यवाद काफी छोटा शब्द है। मेरे पिता हर दिन पूरे जोश, दृढ़ इच्छाशक्ति और देश सेवा की इच्छा के साथ जिए। जीवन के अंतिम दिनों में भी वह राज्य की चिंता करते रहे। हम आगे भी देश और राज्य की सेवा करते रहेंगे।'
मनोहर पर्रिकर के बेटों ने राजनीति में आने के दिये संकेत
मनोहर पर्रिकर के बेटों ने शनिवार को बयान जारी कर संकेत दिये कि वह अपने पिता के देश और राज्य के प्रति समर्पण की विरासत को जारी रखने के लिये राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं।
— Manohar Parrikar Memorial (@manoharparrikar) March 30, 2019
मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद से ही गोवा में यह कयास लगने शुरू हो गए थे कि उनके पुत्र उत्पल और अभिजात के लोकसभा चुनाव या अपने पिता के निधन से बाद पणजी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं। बेटों की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "हम राज्य और राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और समर्पण की विरासत को जारी रखते हुए उनके जीवन का सम्मान करेंगे।"
मनोहर पर्रिकर का 17 मार्च 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। पिछले एक सालों से मनोहर पर्रिकर बीमार चल रहे थे। कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे। स्वदेश वापस लौटने के बाद वह कुछ महीनों तक दिल्ली के एम्स में भी भर्ती थे। वह चार बार मुख्यमंत्री रहे थे।