Mann Ki Baat: किसान आंदोलन के बीच पीएम मोदी आज 11 बजे करेंगे 'मन की बात', इन मुद्दों पर कर सकते हैं चर्चा
By धीरज पाल | Published: November 29, 2020 08:29 AM2020-11-29T08:29:41+5:302020-11-29T08:33:33+5:30
किसान आंदोलन के दौरान ये तीसरी बार होगा जब पीएम मोदी मन की बात करेंगे। दरअसल, पंजाब और हरियाणा के किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरे हुए हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 29 नवंबर को सुबह 11 बजे देशवासियों के साथ अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए संवाद करेंगे। यह मन की बात 2.0 का 18वां एपिसोड होगा। पीएम मोदी के आज के मन की बात कार्यक्रम को बेहद खास माना जा रहा है। क्योंकि तरफ जहां देश के अन्नदाता यानी किसान अपनी मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं तो वहीं, कोरोना महामारी को खत्म करने वाली वैक्सीन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। कार्यक्रम से पहले कयास लगाये जा रहे हैं कि पीएम मोदी किसानों और वैक्सीन पर अपडेट दे सकते हैं।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान ये तीसरी बार होगा जब पीएम मोदी मन की बात करेंगे। दरअसल, पंजाब और हरियाणा के किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरे हुए हैं।
किसानों की मांग
आंदोलनकारी किसानों की सबसे पहली मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार की तीन कृषि कानूनों को रद्द करें । वो तीन कृषि कानून है कि कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) एक्ट, 2020, कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार एक्ट, 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) एक्ट 2020 । किसान संगठनों की शिकायत है कि नए कानून से कृषि क्षेत्र भी पूंजीपतियों या कॉरपोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा और इसका नुकसान किसानों को होगा।
किसानों को सबसे बड़ा डर है कि इस कानून से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP खत्म हो जायेगा। अब तक किसान अपनी फसल को अपने आस-पास की मंडियों में सरकार की ओर से तय की गई MSP पर बेचते थे। वहीं इस नए किसान कानून के कारण सरकार ने कृषि उपज मंडी समिति से बाहर कृषि के कारोबार को मंजूरी दे दी है। इसके कारण किसानों को डर है की उन्हें अब उनकी फसलों का उचित मुल्य भी नहीं मिल पाएगा।
हालांकि पीएम मोदी अलग-अलग मंचों से किसानों को आश्वासन दे चुके हैं कि किसानों को इन तीनों कानून से कोई नुकसान नहीं है, बल्कि इस कानून से किसान और सशक्त बनेगा।
पीएम मोदी ने सितंबर के मन की बात कार्यक्रम में हरियाणा के एक किसान की चर्चा करते हुए कहा था कि हरियाणा के एक किसान भाई में मुझे बताया कि कैसे एक समय था जब उन्हें मंडी से बाहर अपने फल और सब्जियां बेचने में दिक्कत आती थी. लेकिन 2014 में फल और सब्जियों को एपीएमसी से बाहर कर दिया गया, इसका उन्हें और आसपास के साथी किसानों को बहुत फायदा हुआ। 3-4 साल पहले ही महाराष्ट्र में फल और सब्जियों को एपीएमसी के दायरे से बाहर किया गया था।
वैक्सीन पर अपडेट दे सकते हैं पीएम मोदी
माना जा रहा है कि पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में आज कोरोना वैक्सीन पर कुछ अपडेट दे सकते हैं। दरअसल, शनिवार यानी 28 नवंबर को पीएम मोदी ने अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे के वैक्सीन सेंटर का दौरा किया था और वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया था।