मंदसौर रेप कांडः पीड़ित बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार, लिक्विड डाइट देना शुरू
By मुकेश मिश्रा | Published: June 30, 2018 09:03 PM2018-06-30T21:03:53+5:302018-06-30T21:03:53+5:30
यह बात शनिवार को अस्पताल प्रबन्धन द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है।
इन्दौर, 30 जूनः एम वाय अस्पताल में भर्ती मन्दसौर रेप कांड पीडिता बच्ची की हालत में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बच्ची के स्वस्थ्य पर सतत निगाह रख रही है। बाहर से भी दो विशेषज्ञ डॉक्टर बुलाये गये है। उम्मीद है कि बच्ची दो से तीन हफ्ते में ठीक हो जायेगी। उसे लिक्विड डाइट दिया जा रहा है। यह बात शनिवार को अस्पताल प्रबन्धन द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है। उधर इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का ग़ठन किया है। जिसका नेतृत्व सीएसपी स्तर के अधिकारी को दिया गया है।
अधीक्षक डॉ. वीएस पॉल ने बताया कि सरकार से निर्देश मिले थे कि बच्ची के इलाज के लिए यदि बाहर से भी डॉक़्टर बुलाना पडे तो बुलाया जाये। दो विशेषज्ञ डॉक्टरों की मदद बच्ची के इलाज में लिया जा रहा है। 10 डॉक्टरों की एक टीम बच्ची के स्वस्थ्य की निगरानी कर रही है। उन्होनें कहा कि एम वाय में बच्ची का इलाज अच्छी तरह किया जा रहा है। इलाज के लिए कही बच्ची को कही बाहर लेने जाने की आवश्यकता नहीं है। उसके स्वस्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। अब उसे लिक्विड डाइट दिया जाने लगा है। उम्मीद है कि बच्ची दो से तीन हफ्तों में ठीक हो जायेगी।
वही इस घटना की जांच के लिए सीएसपी राकेश शुक्ला के नेतृत्व में एक 10 सदस्यी एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। घटना के साक्ष्य एकत्रित किये जा रहे है। सीएसपी का कहना है कि बच्ची के स्वस्थ्य होते ही अदालत में चालान पेश कर दिया जायेगा। दूसरी ओर दूसरे आरोपी आसिफ को भी पुलिस ने अदालत में पेश कर उसका रिमाड मांग है. पहले आरोपी इमरान 2 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर है।
कई सवाल है अनसुलझें
पुलिस ने भले ही बच्ची के साथ दुष्कृत्य करने वाले आरोपियों को पकड लिया हो लेकिन अभी कई सवाल का जवाब उन्हें नही मिला है। पहला और सबसे बडा सवाल यह है कि क्या दोनों आरोपी दुष्कृत्य में शामिल थे? क्या घटना स्थल वही है? बच्ची को अगवा करके कहाँ रखा गया? क्या आरोपियों ने योजना बध्द तरीके से इस घटना को अंजाम दिया? क्या आरोपी नशे का इस्तेमाल करते है? घटना के समय उनकी लोकेशन कहाँ थी? क्या वे पीडिता बच्ची को पहले से जानते थें? क्या बच्ची पर निगाह रख रहे थें? क्या बच्ची आरोपियों को पहचानती थी?
बेटा दोषी है तो लटका दीजिए फाँसी पर
आसिफ के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा गुनाहगार नहीं है। पुलिस उसे 26 जून को ही उठा कर ले गयी थी। जिस समय की घटना बतायी जा रही है। उस वक्त आसिफ घर पर ही था। वह घटना वाले दिन इमरान से मिलने जरुर गया था। इमरान को पैसों की जरुरता थी। इसलिए वह मोबाइल बेच रहा था। आसिफ ने सौदा करने से पहले मोबाइल कुछ लोगों को दिखाने बाजार में गया था। वह उसके मोबाइल की कीमत 3 हजार रुपये बतायी गई थी। उसके माँ ने कहा कि आसिफ का एक आठ माह का लडका है और 5 साल की लडकी है। उनका बेटा गुनाहगार नहीं है। यदि उसने गुनाह किया है तो उसे फाँसी पर चढ दो।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें!