मंदसौर रेप केस: कांग्रेस का इंदौर में मार्च, ज्योतिरादित्य ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 30, 2018 11:46 PM2018-06-30T23:46:34+5:302018-06-30T23:47:52+5:30
मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात पर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरते हुए शनिवार रात यहां वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुआई में सूबे के प्रमुख विपक्षी दल ने कैंडल मार्च निकाला।
इंदौर, 30 जून। मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात पर सत्तारूढ़ बीजेपी को घेरते हुए शनिवार रात यहां वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुआई में सूबे के प्रमुख विपक्षी दल ने कैंडल मार्च निकाला। मधुमिलन चौराहा स्थित नेहरू प्रतिमा से रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा तक निकाले गये मोमबत्ती जुलूस में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
इससे पहले, सिंधिया शहर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय पहुंचे, जहां सामूहिक बलात्कार की पीड़ित बच्ची भर्ती है। उन्होंने डॉक्टरों से बच्ची का हाल-चाल जाना और बच्ची के परिजन से मुलाकात की।
#MadhyaPradesh: Workers & Members of Congress party took out a candle march earlier today in Bhopal over Mandsaur rape case, in which an eight-year-old girl was abducted from her school in Hafiz Colony here & allegedly sexually assaulted on June 26. pic.twitter.com/9f5kwuOCvp
— ANI (@ANI) June 30, 2018
सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, "प्रदेश भर में मासूम बच्चियों से बलात्कार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। लेकिन सूबे की भाजपा सरकार कुम्भकर्ण की तरह गहरी नींद में है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस सवाल का जवाब देना चाहिये कि उनकी सरकार नींद से कब जागेगी।" वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में मध्यप्रदेश "बलात्कार की राष्ट्रीय राजधानी" बन गया है और सूबे में हर साल 5,000 महिलाओं से दुष्कर्म हो रहा है।
उन्होंने प्रदेश की कानून-व्यवस्था के "पूरी तरह खत्म" हो जाने का आरोप लगाते हुए कहा, "अगर सत्तारूढ़ भाजपा महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकती, तो उसे सत्ता छोड़ देनी चाहिये।" सिंधिया ने मांग की कि मंदसौर में स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले के मुजरिमों को यथाशीघ्र सख्त से सख्त सजा दिलायी जाये।