अल्पसंख्यक वोट बैंक खोने के डर से ममता आपा खो बैठी हैं : एआईएमआईएम
By भाषा | Published: November 20, 2019 04:51 AM2019-11-20T04:51:12+5:302019-11-20T04:51:12+5:30
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष जमीरुल हसन ने कहा 'हम पिछले संसदीय चुनाव के लिए तैयार थे लेकिन हमारे अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हमें चुनाव न लड़ने के लिए कहा क्योंकि अल्पसंख्यक वोट बंट सकते थे और टीएमसी उम्मीदवार अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में हार सकते थे।’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘‘अल्पसंख्यक कट्टरता’’ वाले बयान के लिए उन पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष जमीरुल हसन ने मंगलवार को दावा किया कि उनकी पार्टी राज्य में अपनी पैठ बढ़ा रही है जिससे तृणमूल कांग्रेस प्रमुख आपा खो बैठी हैं ‘‘क्योंकि उनकी राजनीति अल्पसंख्यक वोट बैंक के इर्द-गिर्द घूमती है।’’
हसन ने कहा कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पश्चिम बंगाल में 2021 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने फोन पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम पिछले संसदीय चुनाव के लिए तैयार थे लेकिन हमारे अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हमें चुनाव न लड़ने के लिए कहा क्योंकि अल्पसंख्यक वोट बंट सकते थे और टीएमसी उम्मीदवार अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में हार सकते थे।’’ हसन ने कहा कि बनर्जी अपना आपा खो बैठी हैं क्योंकि एआईएमआईएम बंगाल में खासतौर से सीमावर्ती जिलों में अपनी पैठ बढ़ा रही है।