मोदी की शपथग्रहण में ना जाकर पश्चिम बंगाल में कल धरना देंगी ममता बनर्जी, ये है वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 29, 2019 05:22 PM2019-05-29T17:22:28+5:302019-05-29T17:22:28+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में नहीं जाने का फैसला किया है। ममता ने ट्वीट किया कि वह पहले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में जानी चाहती थी लेकिन राजनीतिक हिंसा की बात कर बीजेपी ने उन्हें एक तरह से नहीं आने के लिए मजबूर किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये घोषणा की है कि वो कल (30 मई) धरना प्रदर्शन करेंगी। ममता बनर्जी गुरुवार उत्तर 24 परगना के नैहट्टी में हिंसा के कारण बेघर हुए तृणमूल कांग्रेस के कार्यकत्ताओं के साथ धरना में शामिल होंगी और कार्यकर्ताओं को उनके घर वापस लौटाने की मांग करेंगी। यह धरना नैहट्टी नगरपालिका के सामने होगा।
ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में नहीं जाने का फैसला किया है। ममता ने ट्वीट किया कि वह पहले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में जानी चाहती थी लेकिन राजनीतिक हिंसा की बात कर बीजेपी ने उन्हें एक तरह से नहीं आने के लिए मजबूर किया। ममता ने ट्वीट किया, 'शपथ ग्रहण समारोह लोकतंत्र का पर्व मनाने का एक मौका होता है न कि किसी राजनीति पार्टी को छोटा कर या उसे कमतर आंकने का।' बीजेपी ने उन कार्यकर्ताओं के परिवारजनों को भी पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में दिल्ली आमंत्रित किया है, जिन्हें पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
ममता ने लिखा, 'नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई। यह मेरी योजना थी कि मैं शपथग्रहण समारोह में जाऊंगी। हालांकि, पिछले एक घंटे में मैं जो मीडिया रिपोर्ट्स देख रही हूं, उसमें बीजेपी दावा कर रही है कि बंगाल की राजनीतिक हिंसा में 54 लोगों का मर्डर किया गया। यह पूरी तरह से गलत है।' लोकसभा चुनाव 2019 में पश्चिम बंगाल में बीजेपी 18 सीटों पर जीती है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद टीएमसी के कई विधायक और पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। आज (29 मई) को वीरभूमि जिले की लवपुर सीट से विधायक मनिरुल इस्लाम और उनके साथ तृणमूल के वीरभूमि के युवा विंग के अध्यक्ष जगाधर हजरा, जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद आसिफ इकबाल और युवा नेता निमई दास ने बीजेपी की सदस्यता ली है। वहीं, 28 मई को टीएमसी के दो विधायकों और 50 पार्षद बीजेपी में शामिल हुए थे। इसके साथ ही सीपीएम के एक विधायक ने भी दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में बीजेपी की सदस्यता ली थी।