शहीद मेजर अमर रहे, नारे के साथ मेजर चित्रेश बिष्ट की अंतिम विदाई में उमड़ा जन सैलाब, IED डिफ्यूज में हुए थे शहीद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 18, 2019 10:38 AM2019-02-18T10:38:21+5:302019-02-18T10:42:39+5:30
देहरादून के रहने वाले मेजर चित्रेश की कुछ दिन बाद शादी होने वाली थी। वो रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर एसएस बिष्ट के पुत्र थे।
जम्मू और कश्मीर के राजोरी के नौशेरा में 16 फरवरी को आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट को देहरादून में अंतिम विदाई दी गई। शहीद मेजर की अंतिम विदाई के दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद हुए। इस अंतिम विदाई में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शामिल हुए। बता दें कि पुलावामा में ईई़डी को डिफ्यूज करते वक्त मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए थे।
शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट की अंतिम विदाई में भारी जन सैलाब उमड़ा। इस दौरान शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट अमर रहें... और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे।
19 दिन बाद होनी थी शादी
देहरादून के रहने वाले मेजर चित्रेश की कुछ दिन बाद शादी होने वाली थी। वो रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर एसएस बिष्ट के पुत्र थे। मेजर बिष्ट सेना की इंजीनियरिंग कोर से थे और भटिंडा पंजाब में पोस्टिंग हुई थी। उन्हें स्पेशल टास्क पर कश्मीर ड्यूटी पर भेजा गया था।
राजोरी के नौशेरा में हुए विस्फोट में सेना का एक अन्य जवान घायल हो गया है जिसे एयलिफ्ट कर इलाज के लिए अधमपुर कमान अस्पताल भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से नौशेरा के लाम झंगड़ में आईईडी लगाई थी। भारतीय सेना को इसका पता लगा तो बम निरोधक दस्ता बुलाया गया। मेजर बिष्ट इस दस्ते का नेतृत्व कर रहे थे।
उन्होंने एक आईईडी को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया था। दूसरी आईई़डी को डिफ्यूज करते वक्त वो एक्टिव हो गया और तेज धमाका हुआ। इस धमाके में मेजर बिष्ट को गंभीर चोटें आई और उन्होंने दम तोड़ दिया।