PM मोदी के दीये जलाने के ऐलान पर ठाकरे सरकार के मंत्रियों ने जताई आपत्ति, ऊर्जा मंत्री ने कहा- फेल हो सकती है पॉवर ग्रिड
By मनाली रस्तोगी | Published: April 4, 2020 01:22 PM2020-04-04T13:22:36+5:302020-04-04T13:33:01+5:30
महाराष्ट्र में कई दिग्गज नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के फैसले का विरोध किया है। यहां जानिए कि किस मंत्री ने क्या कहा?
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करके दीया जलाकर, टार्च या मोबाइल से रोशनी करने की अपील पर महाराष्ट्र के मंत्रियों ने आपत्ति जताई है। उद्धव सरकार के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा है कि बिजली बंद कर देने से पॉवर ग्रिड फेल हो जाएगा।
राउत ने कहा कि यदि सभी लाइटों को एक बार बंद कर दिया जाए तो इससे ग्रिड विफल हो सकती है। हमारी सभी आपातकालीन सेवाएं विफल हो जाएंगी और उन्हें बिजली बहाल करने में एक सप्ताह का समय लग सकता है। मैं जनता से अपील करता हूं कि वो बेशक मोमबत्तियों और दीये जलाएं, लेकिन घरों की लाइटों को बंद न करें।
सोचा था चूल्हा जलाने की बात होगी: नवाब मलिक
वैसे महाराष्ट्र के उर्जा मंत्री पहले व्यक्ति नहीं हैं, जोकि इस तरह से जनता से अपील करते हुए नजर आ रहे हों। राकांपा के प्रवक्ता और प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने भी पीएम मोदी द्वारा दिए जलाने का विरोध करते हुए उन पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट किया था, 'सुबह 9 बजे प्रधानमंत्री मोदी जी के भाषण से देशवासियों के हाथ घोर निराशा ही लगी, सोचा था चूल्हा जलाने की बात होगी, लेकिन साहब (पीएम मोदी) दिया जलाने का उपदेश दे गए।'
If all lights are switched off at once it might lead to failure of grid. All our emergency services will fail&it might take a week's time to restore power.I would appeal to the public to light candles&lamps without switching off lights:Nitin Raut,Maharashtra Energy Minister (3.4) pic.twitter.com/2j2gtOoJKi
— ANI (@ANI) April 4, 2020
9 बजे सुबह प्रधान मंत्री मोदी जीके भाषण से देश वासीयों के हात घोर निराशा ही लगी,
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) April 3, 2020
सोचा था चूल्हा जलाने की बात हो गी साहब दिया जलाने का उपदेश दे गए।
देश को इतना मूर्ख मत बनाओ: जितेंद्र आव्हाड
राकांपा के नेता व प्रदेश के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए जलाने का विरोध किया है। वह इस पर लगातर ट्वीट कर रहे हैं। पहले ट्वीट में उन्होंने कहा था, 'मुझे लगा था कि पीएम भारत में कोविड-19 संकट पर बोलेंगे। इस दौरान वो दवा, मास्क, सैनिटाइज़र उपलब्ध कराने के बारे में बात करेंगे। प्रवासी श्रम की मदद करने और नीति के बारे में बात करेंगे। देश के कई हिस्सों में अनाज नहीं है। मगर प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि घरों में अंधेरा करके दीये जलाइए।'
वहीं, अपने दूसरे ट्वीट में मोदी पर तंज कसते हुए जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि प्रधानमंत्री भारत के लोगों को क्या मूर्ख समझते हैं। मैं दीये नहीं जलाऊंगा। मुझे लोगों का सहारा बनना है। मैं दीये के तेल से देश की राष्ट्रीय संपत्ति खर्च नहीं करूंगा। अपनी बात को कारी रखते हुए आव्हाड ने कहा कि भारत ने कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का आविष्कार कर लिया है। हम डॉक्टर के पीछे खड़े हैं। कोई भी गरीब व्यक्ति जल्दी नहीं सोएगा। पीएम मोदी से ऐसे भाषण की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा।I thought #modi would speak on the #COVIDー19 crisis in #India
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) April 3, 2020
Talk about making medicine's,mask,sanitizer available,about migrant labour and policy to help them
Speak on foodgrains avilablity
Instead he talks of a event in crisis
Light torch and switch of lights #Madness_Modi
भारताने कोरोनाविरुद्धची लस शोधली,एकालाही मास्क कमी पडू देणार नाही. डॉक्टरांच्या मागे आम्ही उभे आहोत.कुठलाही गरीब उपाशी झोपणार नाही. असे भाषण मोदींकडून अपेक्षित होते.
— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) April 3, 2020
तर त्यांनी ह्या संकटाचाही इव्हेंट करायच ठरवल
म्हणे... अंधार करा आणि बॅटरी पेटवा.
देशाला इतकेही मुर्खात काढू नका. pic.twitter.com/ZDOgvQDzPK
संजय राउत ने भी केंद्र सरकार पर कसा तंज
शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी पीएम मोदी के पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट तक बिजली बंद करने के फैसले का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री ने जब लोगों को ताली बजाने के लिए कहा तब लोग सड़कों पर भीड़ करके ढोल बजाने लगे। मुझे उम्मीद है कि ये लोग अब अपने घरों को नहीं जलाएंगे, लेकिन कृपया हमें बताएं कि सरकार हालत सुधारने के लिए क्या कर रही है? साहब लोगों के काम और पेट के बारे में कुछ बोलिए।'
When people were asked to clap , they crowded the roads and beat drums , I just hope now they don't burn down their own houses , sir 'diya to jalalenge ' but please tell us what the government is doing to improve condition
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 3, 2020
👏👏टाळ्या वाजवायला सांगितल्या तेव्हा लोकांनी रस्त्यावर येऊन ढोल वाजवले होते
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 3, 2020
आता आग 🔥नाही लावली म्हणजे झालं. 😅
साहेब कामाचं आणि लोकांच्या
पोटा पाण्याचं बोलां.
पीएम मोदी पर बाला साहब थोरात ने साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बाला साहब थोरात ने निशाना साधते हुए कहा 'ताली-थाली के बाद पीएम मोदी अब लैंप इवेंट को पेश कर रहे हैं। देश को एक ऐसी घटना की आवश्यकता नहीं है। इसकी बजाए देश को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अस्पतालों, वेंटिलेटर और परीक्षण प्रयोगशालाओं की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि डॉक्टरों को क्या चाहिए। वेंटिलेटर कैसे उपलब्ध हो और कोरोना की जांच के लिए ज्यादा लेब कैसे बने?'
After Taali-Thaali @PMOIndia now presenting the lighting of lamps event.
— Balasaheb Thorat (@bb_thorat) April 3, 2020
The country doesn't need an event, it needs hospitals, ventilators & testing labs to fight #COVID19
Livelihood package for daily wager and migrant worker.
Stop these PR stunts & take some firm steps.