महाराष्ट्र: फायर ब्रिगेड की भर्ती के लिए पहुंची महिलाओं की पुलिस से झड़प, उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज
By अंजली चौहान | Published: February 4, 2023 05:59 PM2023-02-04T17:59:58+5:302023-02-04T18:09:44+5:30
भीड़ को काबू करने के लिए इस दौरान महिला उम्मीदवारों पर मुंबई पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद उम्मीदवार इधर-उधर भागती हुई दिखाई दी। फिलहाल किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
मुंबई: महिला फायर ब्रिगेड की भर्ती के लिए शनिवार को मुंबई पहुंची महिला उम्मीदवारों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। पुलिस और युवा उम्मीदवारों के बीच झड़प की वीडियो सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि दर्जनों उम्मीदरवार गेट के बार विरोध कर रही हैं।
भीड़ को काबू करने के लिए इस दौरान महिला उम्मीदवारों पर मुंबई पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद उम्मीदवार इधर-उधर भागती हुई दिखाई दी। फिलहाल किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
#WATCH | Women who reached for the recruitment of Women Fire Brigade clashed with police in Mumbai, Maharashtra pic.twitter.com/RQxGIv6avd
— ANI (@ANI) February 4, 2023
उम्मीदवारों ने चयन प्रक्रिया पर उठाए सवाल
मुंबई के दहिसर इलाके में शनिवार को घटित हुई इस घटना के कारण अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लगभग 60,000 उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि उन्हें उनकी कम ऊंचाई के मुद्दों को लेकर बाहर निकाल दिया गया। इससे नाराज उम्मीदवार विरोध प्रदर्शन करने लगे और इस दौरान प्रदर्शन काफी उग्र हो गया।
बताया जा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया के लिए सुबह 8 बजे का समय निर्धारित किया गया था लेकिन कुछ उम्मीदवार देर से सेंटर पर पहुंची थी। देर से आने वाले उम्मीदवारों को अंदर जाने के अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद उन्होंने गेट पर ही नारेबाजी शुरू कर दी।
भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने की मांग
गौरतलब है कि फायर ब्रिगेड में नौकरी के लिए चलाए जा रहे हैं भर्ती प्रक्रिया में महिलाओं ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उम्मीदवारों ने कथिततौर पर चयनित प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उम्मीदवारों की मांग है कि इस चयन प्रक्रिया को रद्द कर दिया जाएं।
इन आरोपों के सामने आने के बाद मुंबई अग्निशमन विभाग के प्रमुख संजय मांजरेकर ने उम्मीदवारों के लिए भर्ती प्रक्रिया को दोबारा आयोजित करने का आश्वासन दिया है। बता दें कि महिला उम्मीदवारों के विरोध के कारण चयन प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई थी।