महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की मांग पर संग्राम, गर्वनर की चिट्ठी पर उद्धव बोले- मैं हिंदुत्व का समर्थक, आपसे सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं'
By विनीत कुमार | Published: October 13, 2020 01:32 PM2020-10-13T13:32:27+5:302020-10-13T13:32:27+5:30
महाराष्ट्र में धार्मिक स्थानों को खोलने की मांग पर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी मंदिरों को नहीं खोले जाने को लेकर प्रदर्शन कर रही है। वहीं, राज्यपाल ने भी उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच मंदिरों को खोलने की मांग पर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है और मुंबई के सिद्धीविनायक मंदिर से लेकर शिरडी तक सड़कों पर प्रदर्शन किए।
इस बीच महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर धार्मिक स्थानों को सावधानी के साथ खोलने को कहा है। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि आप तो हिंदुत्ववादी हुआ करते थे, कब से सेक्युलर हो गए।
राज्यपाल ने तंज कसते हुए पूछा, 'मुझे आश्चर्य है कि क्या आपको ईश्वर की ओर से कोई निर्देश मिला है कि धर्मस्थलों को दोबारा खोले जाने की बात को टालते रहा जाए या फिर आप सेक्युलर हो गए हैं।'
उद्धव ठाकरे ने इस पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का समर्थक होने के लिए उन्हें किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, जैसे अचानक लॉकडाउन लगा देना ठीक नहीं था वैसे ही अचानक इसे हटा देना भी ठीक नहीं है। और मैं हिंदुत्व का समर्थक हूं, इसके लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।'
As imposing lockdown all of a sudden was not right, revoking it completely at once will also be not a good thing. And yes, I am someone who follows Hindutva, my Hindutva doesn't need verification from you: Maharashtra CM Uddhav Thackeray (in file photo) replies to Governor https://t.co/Tw26tZ2r6Bpic.twitter.com/VgCSXnhTlh
— ANI (@ANI) October 13, 2020
वहीं, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि यह विडंबना है कि एक तरफ सरकार ने बार और रेस्तरां खोले हैं, लेकिन दूसरी तरफ, देवी और देवताओं के स्थल को नहीं खोला गया है।
इससे पहले मंगलवार सुबह सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर के बाहर पहुंचे और मंदिर खुलवाने के लिए प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का कहना था सरकार श्रद्धालुओं के लिए मंदिर नहीं खोल रही है जबकि अन्य सेवाओं और प्रतिष्ठान को खोल दिया गया है।
मुंबई में प्रदर्शन के अलावा शिरडी में भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। बीजेपी की आध्यात्मिक प्रकोष्ठ ने शिरडी में अनशन शुरू कर दिया है और धार्मिक स्थल खोलने की मांग की है।
इन सबके बीच बता दें कि महाराष्ट्र देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। राज्य में अब तक कोरोना से 40,514 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले 24 घंटे में ही राज्य में 165 लोगों की मौत राज्य में हुई है।
महाराष्ट्र में सोमवार देर शाम तक कोविड-19 के 7,089 नए मामले सामने आए। इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15,35,315 हो गई। राज्य में अब तक 12,81,896 लोग बीमारी से ठीक हुए हैं जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 2,12,439 है।