महाराष्ट्र: बैठक के बाद पवार का ऐलान- सीएम के लिए उद्धव के नाम पर सहमति, पर शिवसेना चीफ ने साधी चुप्पी
By विनीत कुमार | Published: November 22, 2019 07:02 PM2019-11-22T19:02:54+5:302019-11-22T19:04:35+5:30
शरद पवार ने ये भी कहा कि शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में और जानकारी दी जाएगी। हालांकि, वहीं उद्धव ठाकरे ने अपने नाम पर कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा।
शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरेमहाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। एनसीपी चीफ शरद पवार ने शुक्रवार शाम शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की बैठक के बाद ये जानकारी दी। बैठक खत्म होने के बाद बाहर निकले शरद पवार ने कहा कि सीएम पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम पर सभी के बीच सहमति बन गई है।
साथ ही पवार ने ये भी कहा कि शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में और जानकारी दी जाएगी। हालांकि, वहीं उद्धव ठाकरे ने कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा। पवार ने बैठक के बाद कहा, 'महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चर्चा हुई। हम चाहते हैं कि सरकार 5 साल चले। इस बैठक में नेतृत्व को लेकर उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बन गई है।'
NCP Chief Sharad Pawar after Shiv Sena-NCP-Congress meeting: Tomorrow a press conference will be held by the three parties.Discussion are continuing. Tomorrow we will also decide when to approach the Governor (file pic) pic.twitter.com/fHfR2Q2GCO
— ANI (@ANI) November 22, 2019
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा..
वहीं, बैठक के बाद जब पत्रकारों ने उद्धव ठाकरे से पूछा कि वे क्या महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, शिवसेना चीफ ने कहा, 'पहली बार तीनों पार्टियों के नेता एक साथ बैठे और सरकार को लेकर चर्चा हुई। हम नहीं चाहते कि तीनों पार्टियों के बीच किसी भी मुद्दे पर गतिरोध हो। बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई।'
इससे पहले शुक्रवार दिन भर महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर हलचल तेज रही। शाम को तीनों पार्टियां पहली बार एक साथ इस मुद्दे पर बैठक के लिए एक साथ आईं। इस बैठक में एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, संजय राउत (शिवसेना), अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, बालासाहेब थोराट, पृथ्वीराज चव्हाण (कांग्रेस), प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल, अजित पवार (एनसीपी) जैसे नेताओं ने हिस्सा लिया।
ये बैठक दक्षिण मुंबई के नेहरू केंद्र में हुई। राज्य में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। बता दें कि राज्य में बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था और गठबंधन को बहुमत मिला था जिसमें बीजेपी को 105 और शिवसेना को 56 सीटें आई थीं। राज्य में विधानसभा की 288 सीटें हैं। एनसीपी और कांग्रेस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उन्हें क्रमश: 54 और 44 सीटें मिली हैं। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सीटें 154 होती हैं जो बहुमत की 145 की संख्या से ज्यादा है।